बरेली। कोरोना काल में 300 बेड कोविड हॉस्पिटल में डीजल पर हुए खर्चे के 2 लाख 17 हजार के बिल ने जिला अस्पताल के स्टाफ को चौंका दिया है। बताया यह जा रहा है कि डीजल की सेवा देने वाले एजेंसी के दो कर्मचारी सोमवार को सीएमओ डॉक्टर विश्राम सिंह के पास वर्ष 2017 के भुगतान नहीं होने की शिकायत लेकर पहुंचे। कर्मचारियों ने सीएमओ को बताया कि कोरोना काल में उनके पेट्रोल पम्प से 2 लाख 17 हजार का डीजल लिया गया था पर आज तक उनका भुगतान नहीं हुआ। सीएमओ ने कर्मचारियों को अकाउंटेंट से मिलने को कहा पर कर्मचारियों को अकाउंटेंट के लखनऊ में मीटिंग में जाने के चलते मुलाक़ात नहीं हो सकी।
वहीं जिला अस्पताल के कर्मचारी बिल कों लेकर एक दूसरे पर टालमटोल करते हुए भी दिखाई दिखे , एकाउन्ट सेक्शन के कर्मचारी ने एनएचएम पर आरोप लगाते दिखे बोले बिल की सारी कार्रवाई वही से होती हैं। । कोविड अस्पताल के कर्मचारी से बात करने पर पता चला कि बिल बिलकुल सही है। डीजल की सर्विस देने वाले कंपनी का पेमेंट हो जाना चाहिए था। क्या अकाउंटेंट की आपत्ति रही उन्हें नहीं पता पर उनके हिसाब से एक बार जरूर इमरजेंसी में 12 से कुछ अधिक का डीजल किसी पेट्रोल पंप से सीनियर डॉक्टर की ,अनुमति से लिया गया था। इससे ज्यादा उन्हें जानकारी नहीं है।
सीएमओ डॉक्टर विश्राम सिंह के मुताबिक मामले का संज्ञान लिया जा रहा हैं 2021 का एक ऑटो पैराडाइज डीजल के नाम से एक बिल 2 लाख 17 हजार के आसपास का बताया जा रहा है। बिल का परीक्षण कराया जा रहा। बिल जिस समय का बताया गया उस दौरान सीएमओ कोई और था। अगर बिल सही निकलता है और जांच में सब सही मिलता है तो भुगतान करा दिया जायेगा।