बरेली : आईएमसी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना तौकीर रजा के जुमे को प्रदर्शन के बाद हुए बवाल पर सूबे में राजनीति अपने चरम पर है। मौलाना के खिलाफ बरेली में ही नहीं सूबे के कई जिलों ने उनके खिलाफ कार्रवाई को मांग को लेकर कई संगठन मांग कर चुके है। इसी क्रम में भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष राजेश अग्रवाल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके मौलाना तौकीर के खिलाफ अपनी अपनी नाराजगी जताई है। वही प्रेस वार्ता के दौरान राजेश अग्रवाल ने जुमे के दिन हुए मौलाना के प्रदर्शन को उग्र बताते हुए शहर का माहौल ख़राब करने की साजिश बताया है ।
उन्होंने कहा मौलाना दो संप्रदाय को आपस में लड़वाना चाहते हैं। राजेश अग्रवाल ने यह भी कहा कि जब भी चुनाव नज़दीक होते मौलाना मुस्लिम समुदाय में भ्रम पैदा करने के लिये इस तरह की हरकत को अंजाम देते हैं। लेकिन मुस्लिम समुदाय ऐसे लोगों की मानसिकता को समझ चुका हैं। राजेश अग्रवाल ने मौलाना पर तंज कसते हुए कहा कि मौलाना को न देश के सविधान पर भरोसा है और न ही मौलाना ने कभी न्यायालय के निर्णय का कभी सम्मान किया। जिस तरह से सर्वे रिपोर्ट पेश की गई कि ज्ञानवापी को मंदिर बताया गया उसके बाद तोड़कर उसको मस्जिद का रूप दिया गया।
न्यायालय नें व्यास जी के तहखाने में पूजा की अनुमित दी उसके बावजूद मौलाना जैसी मानसिकता रखने वाले लोगों को उग्र करके शहर का माहौल खराब कर रहे हैं। मौलाना हमेशा कट्टरपंथी की बात करते हैं उन्होंने कभी भी समाज के हित में नहीं सोचा। मुस्लिम नौजवानों कों बरगलाकर उनके मन में दूसरे समुदाय के लिये नफ़रत परोसी हैं।उन्होंने यह भी कहा कि वह मामले को लेकर अपनी पार्टी के नेताओं से बात कर चुके है। वही राजेश अग्रवाल ने इमाम अहमद इलियासी,प्रोफेसर इरफान हबीब समेत अन्य मुस्लिमों की उनके बयान के लिए जमकर सराहना की।