बरेली : मौलाना शहाबुद्दीन के बयान के बाद सब का हक़ ऑर्गेनाइजेशन की अध्यक्ष रफिया शबनम ने मुस्लिम होने के नाते मौलाना के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। रफिया शबनम ने मौलाना के बयान का खंडन करते हुए कहा कि हमारे सरकार हुज़ूर मोहम्मद मुस्तफा का फ़रमान है मुल्क से मुहब्बत ईमान की निशानी है। मौलाना को मुल्क से मोहब्बत नहीं है। उन्होंने कहा मौलाना शहाबुद्दीन चंद लोगों को लेकर प्रेस वार्ता करके क़ौम को गुमराह करने का काम कर रहे हैं।
हालांकि मुसलमान जागरूक हों चुका वों ऐसे लोगों के बहकावे में आने वाला नही हैं। राफिया शबनम नें कहा जिस तरह मौलाना का बयान हैं उससे साफ जाहिर होता हैं कि मौलाना बीजेपी के लिये काम कर रहे हैं। राफिया शबनम ने मौलाना को सलाह दी कि वो बीजेपी जाकर ज्वाइन कर ले वहां इसका प्रचार प्रचार करें। उन्होंने कहा मौलाना नें जो मुद्दा उठाया कि जिस तरह देश भर में मज़ार और मस्जिदें सुरक्षित नहीं तो इसका ज़िम्मेदार कौन है सपा और कांग्रेस तो नहीं है। उन्होंने कहा भाजपा सरकार में मौलाना शिकायत सपा और कांग्रेस से कर रहे हैं।
लोकसभा चुनाव के दौरान इस तरह के सवाल उठाना बेबुनियाद हैं उसमे मौलाना को यह कहना कि मुस्लिम नोटा का बटन दबाए। उन्होंने कहा ये लोग क़ौम के दुश्मन है जिनको ये ही नहीं पता कि देश किस नाज़ुक दौर से गुज़र रहा सारी एजेंसीज़ बीजेपी के क़ब्ज़े में हैं जो बोलेगा जेल जाएगा। वही उन्होंने प्रज्ज्वल रबनना का भी मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा ढाई हज़ार से ज़्यादा महिलाओं को शिकार बनाया और जर्मनी भाग गया वो भी बीजेपी का प्रत्याशी है पार्टी के लोगों ने उसके लिये वोट माँगा है। कोई भी महिला वो किसी भी धर्म की हो ऐसे पार्टी को वोट नहीं करेगी।