ज्योतिषाचार्य पंडित मुकेश मिश्रा ,
बरेली। नूतन नव संवत्सर के साथ बासंतिक नवरात्र भी प्रारंभ होने वाले हैं दरअसल इस बार नवरात्र 2 अप्रैल शनिवार से शुरू हो रहे हैं | इस बार नवरात्र पूरे नौ दिन के होंगे क्योंकि, इस बार नवरात्रि की प्रत्येक तिथि पूर्ण रूप से व्याप्त रहेगी। शास्त्रों के अनुसार अगर नवरात्रि पूरे नौ दिनो के हो तो बेहद ही शुभ संकेत माना जाता है। इन नौ दिनों में देवी की आराधना से सुख और समृद्धि तीव्रता से आती है। मां दुर्गा को सुख- समृद्धि और ऐश्वर्य की देवी कहां गया है।
इसलिए नवरात्रि के नौ दिनों में भगवती की अलग-अलग स्वरूपों की पूजा की जाती है मां के नौ स्वरूपों की पूजा सभी दुखों को दूर करती है।हर मनोरथ को पूर्ण करती है। और जीवन में समस्त बाधाओं को मिटा देती है। देवी भागवत के अनुसार अगर नवरात्र शनिवार को प्रारंभ होते हैं तो देवी अश्व पर सवार होकर के आती हैं शास्त्रों के अनुसार देवि का अंश्व पर सवार होकर आना गंभीर माना जाता है इसका असर प्रकृति देश दुनिया आदि पर देखने को मिलता है।
–ग्रह-गोचरों का बन रहा शुभ संयोग
नवरात्र के दौरान ग्रह-गोचरों का शुभ संयोग बनेगा। इस नवरात्र में चार सर्वार्थ सिद्धि, सात रवियोग तथा एक रविपुष्य योग होने महत्ता बढ़ गई है। इस संयोग में मां भगवती की पूजा अर्चना करने के साथ भगवान सूर्य को अर्घ्य देने से घरों में सुख-शांति व समृद्धि बनी रहती है। नवरात्रि के मौके पर मकर राशि में न्यायप्रिय शनि, मंगल के साथ कुंभ राशि में गुरु, मीन राशि में सूर्य व बुध का गोचर होने पराक्रम में वृद्धि, कार्य में सफलता मिलेगी।
-घट स्थापना मुहूर्त
इस दिन घटस्थापना का विशेष महत्व है। इसका शुभ मुहूर्त सुबह 6.01 से 8.31 बजे तक रहेगा। इसके अलावा अभिजीत मुहूर्त दोपहर 12 से 12.50 बजे तक रहेगा। इस समय घटस्थापना कर मां शैलपुत्री की पूजा की जाएगी।