बरेली : कोर्ट ने गुरुवार को वर्ष 2014 में सुरेश शर्मा नगर में हुए एक तिहरे हत्याकांड के मामले में छैमार गैंग की दो महिलाओं सहित 8 लोगों को फंसाई की सजा सुनाई। साथ ही एक अन्य अभियुक्त को उम्रकैद की सजा सुनाई। कोर्ट में सजा के ऐलान के बाद अभियुक्तों के मुंह उतर गए वहीं महिलाओं के कोर्ट से निकलते ही आंखों में आंसू आ गए। अन्य अभियुक्त भी अपने को बे-कसूर बताने लगे। सजा मिलने वाली महिलाओं में करीब 8 माह का मासूम की मां भी है । कोर्ट से निकलने के बाद पुलिसकर्मी अभियुक्तों को अभियोजन कार्यालय ले गये , जहाँ से औचारिकता करने के बाद पुलिसकर्मी मुजरिमों को जेल ले गए। हत्या करने के मामले में स्पेशल जज फास्ट ट्रैक कोर्ट रवि कुमार दिवाकर ने सुनवाई करते हुए छैमार हसीन गैंग के 9 लोगों को दोषी माना , इसके बाद जज रवि कुमार दिवाकर ने 8 लोगों को फांसी की सजा के साथ एक अभियुक्त को उम्रकैद की सजा सुनाई।
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उमरिया गांव में नदी किनारे डेरे पर दबिश देने से हुआ था खुलासा
बरेली के सुरेश शर्मा नगर में हुए तिहरे हत्याकांड में पुलिस ने 2 मई वर्ष 2014 को बिथरी के उमरिया गांव में नदी के किनारे स्थित डेरों पर पुलिस ने दबिश दी थी। दबिश के दौरान पुलिस को डेरे से एक व्यक्ति और दो औरतें मिली थी । इसके बाद पुलिस को तलाशी में चार चांदी के सिक्के बरामद हुए। पेंट की जेब से एक पर्स मिला। जिसमें गुप्ता पोली क्लीनिक का पर्चा मिला। जिसमें पुष्पा देवी का नाम ऊपर लिखा था। दूसरे कागज पर आयकर विभाग योगेश मिश्रा लिखा हुआ था। पुलिस ने वाजिद नाम के अभियुक्त से कड़ाई से पूछताछ की तो उसने जुर्म कबूल कर लिया था । तब वाजिद ने बताया था कि सब्बल के सहारे से खिड़की की ग्रिल हटाकर घर में घुसे थे। उससे पहले घर की दो महिलाओं ने घूमकर रेकी की थी ,इसके बाद घटना को अंजाम दिया गया था।
ADGC दिगम्बर पटेल ने बताया कि वादी मुकदमा रविकांत मिश्रा ने थाना बारादरी में तहरीर देकर बताया था। कि वह सुरेश शर्मा नगर (25 ए पार्ट-3) के निवासी हैं। आयकर विभाग पीलीभीत में इंस्पेक्टर के पद पर कार्यरत हैं। 21 अप्रैल 2014 सुबह 9 बजे घर से पीलीभीत चले गये थे। 23 अप्रैल 2014 की सुबह सूचना मिली कि परिजनों से संपर्क नहीं हो पा रहा है। वह अपने घर आये तो मेन गेट अंदर से बंद था। गैलरी में खिड़की खुली दिखायी दे रही थी और ग्रिल निकली हुई थी। छत का दरवाजा खुला था। जब उन्होंने पास के निर्माणाधीन मकान की छत से अंदर जाकर देखा तो मां पुष्पा की लाश सीढ़ियों के पास पड़ी थी। बेडरूम में भाई योगेश और उनकी पत्नी प्रिया की लाश पड़ी थी। घर का सारा सामान बिखरा हुआ था।
एडीजीसी दिगंबर पटेल ने कोर्ट के फैसले के बारे में मीडिया को बताया कि कोर्ट ने आज जो फैसला सुनाया है उसमें से 9 अभियुक्तों में से 8 मृत्युदंड दिया गया है। एक को आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई है। यह मामला 20 अप्रैल वर्ष 2014 का मामला है जब तिहरे हत्याकांड को अंजाम दिया गया था। इन अभियुक्तों द्वारा डकैती डालते हुए दो महिलाओं सहित एक पुरुष की हत्या कर दी थी। और इस मामले में दो महिलाओं को सजा हुई है। उनके द्वारा घटना करने से पहले रेकी की गई थी। उन्होंने यह भी बताया कि घटना की ज्वेलरी खरीदने वाले 9 वें व्यक्ति जो सराफ है उसे भी कोर्ट ने उम्रकैद की सजा भी सुनाई है।