यूपी के बरेली में शासन के रुख के बाद तहसीलदार और उनके अर्दली के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम, मारपीट समेत कई धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। डीएम ने अर्दली को सस्पेंड कर तहसीलदार को कलेक्ट्रेट से अटैच कर दिया है ।जानकारी के मुताबिक दो या तीन दिन पहले तहसील में जमकर हंगामा होने के साथ मारपीट हुई थी। तहसीलदार के पेशकार ने प्रदीप यादव नाम के व्यक्ति के खिलाफ मारपीट सरकारी काम में बाधा आदि की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। दूसरे पक्ष ने भी रिश्वत लेने का आरोप लगाया था। तहसीलदार के अर्दली का रुपये लेते वीडियो भी वायरल हुआ था।
पुलिस ने इस मामले में प्रदीप यादव को जेल भेज दिया था जबकि रिश्वत लेने की जांच शुरू कर दी थी। इस बीच ये मामला शासन की जानकारी में आया जिसके बाद अफसरों ने कार्रवाई शुरू की | तहसीलदार शेरबहादुर सिंह को तहसील से हटा कर कलेक्ट्रेट से अटैच कर दिया था और अर्दली अबरार अली को सस्पेंड कर दिया था। पुलिस शुरूआती जांच के बाद दोनों पर खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम, मारपीट, जान से मारने की धमकी समेत कई धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है।
एसएसपी रोहित सिंह सजवाण ने बताया कि एक रिटायर्ड शाखा प्रबंधक ने कोतवाली थाना क्षेत्र के अंतर्गत अंतर्गत शिकायत की थी कि तहसीलदार और उनके अर्दली ने किसी काम कराने के एवज में कुछ रकम ली थी | जब वादी ने काम नहीं होने पर तहसीलदार और अर्दली से अपने रूपए मांगे तो उन लोगों ने वादी के साथ दुर्व्यवहार करने के साथ मारपीट की | इस सम्बन्ध में दूसरे पक्ष की ओर से पहले से ही मुकदमा दर्ज है | वही घटना के सम्बन्ध में एक वीडियो भी वायरल हो रहा था उसे भी जाँच में शामिल किया गया है | पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम, मारपीट समेत कई धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है| घटना की निष्पक्ष जाँच की जाएगी |