दरगाह को लेकर जूनागढ़ में मचा हड़कंप,पुलिस ने 174 लोगों को हिरासत में लेकर शुरू की पूछताछ,
गुजरात । जूनागढ़ जिले में मजेवाड़ी गेट के पास हजरत रौशनशा पीर बावा की दरगाह को मनपा की ओर से गिराने का नोटिस मिला था , जिससे करीब 2000 से ज्यादा लोगों की भीड़ धर्मस्थल के पास जमा हो गई। दरगाह के पास करीब 2000 से ज्यादा लोगों की भीड़ जमा हो गई
स्थिति बिगड़े नहीं इसके लिए पुलिस ने इंतजाम किए थे। हालांकि देर रात भीड़ अनियंत्रित हो गई। और पुलिस, एसटी बस, पीजीवीसीएल समेत अन्य वाहनों में तोड़फोड़ शुरू कर दी। इसलिए पुलिस ने बल प्रयोग करना शुरू कर दिया। हालांकि, भीड़ ने सड़क पर मोटरसाइकिलों को फूंक दिया। इस घटना में एक डीएसपी सहित , चार पीएसआई घायल हो गए।
बताया जा रहा है कि मजेवाड़ी गेट के पास शाम से ही भीड़ जुटनी शुरू हो गई थी। खासकर दरगाह को गिराने की सूचना के बाद हंगामा मच गया। लिहाजा पुलिस ने भी इंतजाम किया। हालांकि बाद में भीड़ बेकाबू हो गई। वहीं सड़क से गुजर रही एसटी बस के शीशे टूट गए। जिससे बस में बैठे यात्रियों में काफी भय व दहशत का माहौल था। और यह भी चर्चा है कि कुछ यात्री घायल भी हुए हैं । पुलिस ने भीड़ को नियंत्रित करने के लिए बल प्रयोग किया तो भीड़ ने सोडा की बोतलों, पत्थरों से सड़क पर बाइक में आग लगा दी।
मजेवाड़ी गेट के पास पुलिस चौकी पर भी हमला किया गया। और पुलिस वाहनों को तोड़ा गया। इनमें डीवाईएसपी हितेश धांडालिया, बी डिवीजन के पीएसआई जशिंगभाई रामभाई वाजा, पीएसआई किंजलबेन के. मारू, पीएसआई नर्मदाबेन अंबालिया और पीएसआई अल्पाबेन डोडिया के सिर और चेहरे पर चोटें आई हैं।

मजेवाड़ी गेट के अंदर पीजीवीसीएल कार्यालय के पास भीड़ ने बिजली कंपनी के दो वाहनों के शीशे तोड़ दिए। एक वाहन के चालक अमित रमेशभाई वाघेला भी चपेट में आ गए। हालांकि, उन्हें गंभीर चोट नहीं आई थी।दोपहर बाद से ही दरगाह के पास लोगों का जमावड़ा लगना शुरू हो गया था। और जैसे-जैसे भीड़ बढ़ती गई, धार्मिक नारे भी सुनाई देने लगे। और बाद में सोडा की बोतलें, पत्थर और बाइक जलाने की घटना हुई। आशंका यह भी जताई जा रही है कि पुलिस और एसटी बस पर हमले को लेकर पूर्व नियोजित साजिश हो सकती है।
SP रवि तेजा ने बताया कि घटना में एक शहरी व्यक्ति की मौत हुई। शहर के हालात नियंत्रण के साथ शांति कायम है। पुलिस ने 176 लोगों को हिरासत में लिया है।