हरिद्वार : वन्यजीवों के लिए विख्यात राजाजी टाइगर रिजर्व सैलानियों के लिए हमेशा से आकर्षण का केंद्र रहा है । यही वजह है कि साल भर हरिद्वार-चीला- ऋषिकेश मार्ग पर सैकड़ों की तादाद में पर्यटक व राहगीरों का मेला लगा रहता है । इस क्षेत्र की खूबसूरती व यंहा दिखने वाले वन्यजीव लोगों को लुभाते तो हैं, मगर इस के चक्कर में यहां पहुंचने वाले लोग वन कानूनों का उल्लंघन भी करते हैं। राजाजी टाइगर रिजर्व के नियमों के मुताबिक लोगों को हरिद्वार-आईडीपीएल- ऋषिकेश मार्ग पर केवल गुजरने की अनुमति है, मगर लोग हैं जो इन मार्गों को छोड़ जंगलों के भीतर मौज-मस्ती व सेल्फी लेने के लिए घुस जाते हैं। सैलानियों की यह मौज मस्ती जहां कभी भी उनके लिए आफत बन सकती हैं, तो वही उनका यह कृत्य वन्य जीव संरक्षण और संवर्धन के लिए भी एक बड़ी चुनौती माना जा रहा है। इसको लेकर राजाजी टाइगर रिजर्व की गौहरी रेंज में एक मुहिम शुरू की है। गौरी रेंज के वन कर्मी इस मार्ग से गुजरने वाले लोगों को वनों के भीतर ना घुसने की अपील कर रहे हैं मगर उसके बावजूद भी लोग वन कानूनों का उल्लंघन कर रहे हैं । इसको देखते हुए रेंज स्तर पर अभियान चलाया गया। वन कर्मियों द्वारा बीन नदी में हरियाणा से आये तीन वाहनों का चालान कर जुर्माना वसूला गया।
हरिद्वार चीला ऋषिकेश मार्ग बना सेल्फी पॉइंट।
राजाजी टाइगर रिजर्व की चीला रेंज को पर्यटकों की सैरगाह के रूप में भी जाना जाता है। पर्यटन सीजन में सैकड़ों की तादाद में सैलानी यहां पहुंचते हैं । चीला के साथ-साथ सैलानी मां विंध्यवासिनी मंदिर व किमसर का रुख भी करते हैं । मार्ग में मौजूद खूबसूरत नजारे व सेल्फी लेने के चक्कर में अक्सर सैलानी वन मार्ग को छोड़कर जंगलों में घुस जाते हैं। ऐसे में जहां उनकी जान को खतरा तो होता ही है ,वही वन्यजीवों के लिए भी स्वच्छंद विचरण में दिक्कतें पैदा होती हैं । इसको लेकर राजाजी टाइगर रिजर्व द्वारा कठोर कार्रवाई अमल में लानी होगी
“वन कानूनों का उल्लंघन किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। ये लोग वन कानूनों का खुला उल्लंघन कर रहे थे, इनसे जुर्माना वसूला गया है। वन्य जीव संरक्षण व संवर्धन हमारी पहली प्राथमिकता है, आगे भी यह अभियान जारी रहेगा। ”
मदन रावत, वन क्षेत्राधिकारी, गोहरी रेंज