हर मौसम कुछ न कुछ नई खाने की डिशेज़ को साथ ले कर आता है जो भारत की बहु आयामी सांस्कृतिक विविधता का प्रतीक है, महाराष्ट्र के “अलु वादी” से लेकर केरल के “पज़म पोरी” तक हर तरफ सिर्फ मानसून की ही अपनी दस्तक होती है। सबसे मनभावन और सुहावना मौसम होने के कारण, मानसून हमें सर्द हवाओं को फिर से महसूस करने का अवसर देता है। लेकिन यह हमें मौसम में बदलाव के होने कारण, संक्रमणों के प्रति अधिक संवेदनशील भी बनाता है। इसलिए, हमे अपने खाने-पीने की हेल्दी आदतों को नियमित तौर पर कायम रखना ज़रूरी हो जाता है, जो हमें बरसात के मौसम में स्वस्थ और फिट बने रहने में मदद करता है। हमने यहाँ मानसून में पोषण देने वाली कुछ ऐसी ही चीज़ो की सूची बनाई है। स्वस्थ और सुरक्षित मानसून का आनंद लेने के लिए इन सुझावों को ध्यान में रखें और मानसून में खुद को पौषित करे।
* हरी पत्तेदार सब्जियों जैसे फूलगोभी, पत्तागोभी, पालक आदि खाने से बचें। ये मानसून में कीटाणुओं के लिए प्रजनन घर होती हैं।
* इस मौसम में सलाद के रूप में कच्ची सब्जियों के सेवन से बचें। इनकी बजाय, सब्जियों को भाप में पका कर उनका सेवन करें।
* पीने के पानी का उपयोग, न सिर्फ पीने के लिए बल्कि उसके साथ-साथ खाना पकाने की तैयारी में भी पीने के पानी का ही उपयोग करें।
* घर का बना ताजा खाना खाएं। बचा हुआ खाना खाने व खाना पहले से पका कर रखने से बचें। यदि इसे पहले से तैयार करने की आवश्यकता है, तो इसे इष्टतम तापमान पर स्टोर करें। ठंडे भोजन को 5°C से कम और गर्म भोजन को 60°C से ऊपर स्टोर करें। पके हुए भोजन को खाने से पहले दोबारा गर्म करके की खाए।
* स्ट्रीट फूड या बहार का खाना खाने से बचें, खासकर जब यह हाइजीनिक परिस्थितियों में पकाया हुआ न हो।
* पहले से कटे हुए फलों, जूस आदि के सेवन से बचें। ताजा प्रोडक्ट्स खरीदते समय सावधान रहें।
इन सभी बातो पर ध्यान दे व मानसून के दौरान अपने आप को स्वस्थ्य और सेहतमंद बनाए रखे।