बरेली : बंदरों के आतंक से यात्रियों को बचाने के लिये रोडवेज प्रबंधन ने अनोखी पहल की है। यहां प्रबंधन ने वास्तविक लंगूर तैनात की करने की जगह लंगूर के कैटलॉग लगाये है। कुछ विशेष परिस्थितियों में कर्मचारी कैटलॉक को रोडवेज परिसर में लेकर घूमते है। रोडवेज कर्मियों के मुताबिक पुराने बस अड्डे पर बंदरों के आतंक से बचने के लिए रोडवेज पर लंगूर के कैटलॉग लगाए गए है । रोडवेज कर्मचारियों द्वारा यह भी बताया गया कि बंदर आए दिन यह उत्पात मचाते रहते हैं तो किसी का बैग तो किसी को काट कर भाग जाते हैं ।
इसी के चलते रोडवेज पर रोडवेज बस अड्डे पर कई जगह लंगूर के कैटलॉग लगाए है । रोडवेज नकर्मचारियों का यह भी कहना है कि जब से लंगूर के कैटलॉक लगाए गए हैं तभी से बंदरों ने परेशान करना भी बंद कर दिया है। पुराने रोडवेज पर तैनात पूछताछ अधिकारी नेतराम ने बताया कि जब से आरएम साहब ने लंगूर के कैटलॉग लगवाए है तबसे यहाँ बंदरों का आतंक कम हुआ है। बंदरों की संख्या भी कम आई है।
पीलीभीत की मंडी भी तैनात हुआ लंगूर
नवीन स्थल मंडी में आने वाले किसानों व उनके अनाज की सुरक्षा को लेकर लंगूरों की तैनाती की गई है। यह लंगूरो की तैनाती के बाद से बंदरों का आतंक कम देखा जा रहा है। दरअसल मंडी पसर में इन दिनों बंदरों का जबरदस्त आतंक है, यही नहीं सुरक्षा में तैनात किए गए पीआरडी गार्डों पर भी बंदर हमला कर चुके है। जिसको लेकर जिम्मेदार अफसरों ने एक बार फिर लंगूर का सहारा लेकर मंडी में जगह जगह उसके पोस्टर लगवा दिए तो वही एक लंगूर ही भी तैनाती करा दी । मंडी कर्मचारियों का कहना है कि लंगूर के आने से बंदरों का आतंक अब थम सा गया है। बंदर लंगूर को देखकर दूरी बना रहे हैं।