बरेली | थाना शाही क्षेत्र के दुनका में बंदरो के आतंक में एक मासूम की मौत हो गई | मासूम का पिता अपनी चार महीने की बच्ची को लेकर गर्मी होने की वजह से छत पर लेकर घूम रहा था इसी दौरान बंदरों के झुंड ने पिता की गोद से छीन लिया | | बच्चे के पिता ने बच्ची को बचाने के लिए शोर मचाया तो कई बन्दर मासूम के पिता पर लिपट गए तभी एक बन्दर ने मासूम को तीन मंजिला मकान से छत से फेंक दिया | इस वजह मकान की छत से नीचे गिरते ही बच्चे की मौके पर ही मौत हो गई। परिजन जब मासूम के पिता निर्देश को बचाने के लिए छत पर पहुंचे उन पर भी बंदरो ने हमला बोल दिया | जैसे तैसे परिजनों ने निर्देश को बचाया | घटना के बाद से क्षेत्र में सनसनी मच गई | परिजनों का कहना है कि निर्दोष के घर में साथ साल बाद बेटा हुआ था जल्द बच्चे का नामकरण होने की बात घर में हो रही थी | इसी दौरान यह हादसा हो गया |
वही डीएफओ समीर कुमार ने कहा कि यह एक दुखद घटना है | आखिर क्या वजह रही बंदरों का बिहेवियर खराब हो गया | इस संबंध में जानने के एक टीम लगाई जाएगी | टीम ने यह पता लगाएगी ऐसा क्यों हो रहा है | जहां तक बंदरों का सवाल है इनसे समस्या होती है तो इनको पकड़ने के लिए सरकार ने व्यवस्था दे रखी है। जो भी व्यक्ति पकड़वाना चाहे वह संबंधित अधिकारी को आवेदन देकर पकड़ने की अनुमति प्राप्त कर सकता है।पहले हमें यह समझना होगा कि बंदर भी साथ रहने के लिए आदि हो चुके हैं। चाहे गांव हो या शहर हो जहां रहते हैं वहां पर लोगों को थोड़ा सावधानी तो बरतनी होगी | छत बगैरा पर जाते हैं तो छत की रेलिंग जरूरी है। डंडे साथ रखने चाहिए आमतौर पर ऐसा होता नहीं है | कभी-कभी किसी बंदर का बिहेवियर अच्छा खराब होता है बंदर अटैक कर देते हैं|
पहले भी हुई ऐसी घटना
जिले में बंदरों के आतंक की पहले भी खबरें आ चुकी है | मणिनाथ , पुराने शहर ,सीबीगंज में बंदरों के काटने के मामले भी सामने आ चुके है | हाल के वर्षो में एक बुजुर्ग भी बंदरो के हमले में अपनी जान गंवा चुका है|