पीलीभीत : अमृतपाल की गिरफ्तारी के लिए पंजाब पुलिस के साथ कई एजेंसी लगातार देश के कई हिस्सों में दबिश दे रही है। हालांकि हर बार की तरह खालिस्तानी समर्थक अमृतपाल की (amratpal) लोकेशन बदल जाती है। बीते दिन भी यह खबर आई थी कि अमृतपाल की अमृतसर के आसपास की लोकेशन है वह किसी धार्मिक गुरु के साथ पुलिस के सामने अपना सरेंडर कर सकता है। (punjab )
लेकिन इस बीच जानकारी अमृतपाल केस में यह है कि पंजाब से फरार खालिस्तानी समर्थक जिस स्कार्पियो से फरार हुआ था , वह पीलीभीत (pilibhit) के अमरिया क्षेत्र के बड़ेपुरा स्थित एक गुरुदारे के जत्थेदार की निकली है। कार पंजाब पुलिस को फगवाड़ा से बरामद हुई है।माना यह जा रहा है कि अमृतपाल इसी जगह से फरार होकर किसी दूसरी जगह भागा है। (barish panjab de)
सूत्र इस बात की आशंका भी जताते है कि अमृतपाल उत्तराखंड यूपी के रास्ते भागने की कोशिश कर चुका होगा। उधर पीलीभीत में जांच टीम पहुंच चुकी है और मिले इनपुट के आधार पर अपना जांच का दायरा बड़ा रही है। इस जांच में यह भी पता चला है कि अमृतपाल जिस कार से भागा है वह पीलीभीत के रहने वाले जत्थेदार मोहन सिंह की है।
जत्थेदार मोहन सिंह ने मीडिया के सामने रखा अपना पक्ष
अमृतपाल का पीलीभीत कनेक्शन जुड़ जाने के बाद जत्थेदार मोहन सिंह ने मीडिया को बताया कि कार सेवा के लिए कई लोग वाहनों को दान करते हैं ऐसे में गुरुद्वारे से जुड़े कई वाहन उनके नाम पर हैं । मोहन सिंह ने यह भी बताया कि वाहन क्षेत्र से सेवा का सामान एकत्र करने व संगत लाने के लिए प्रयोग में लिए जाते हैं।जत्थेदार का यह भी बताया है कि नवंबर दिसंबर माह में उत्तराखंड नंबर की कार को जिले के मोहनापुर स्थित गुरुद्वारे के सेवादार जोगा सिंह को कार सेवा से संबंधित कार्यों के लिए दी गई थी । इसके बाद जोगा सिंह पंजाब जाने के लिए कार भी ले गया था । आगे उन्हें मामले में कोई जानकारी नहीं है।