आप जानते हैं की जैसे-जैसे उम्र बढ़ती है, वैसे ही हमारा शरीर कमजोर होने लगता है.
उम्र बढ़ने के साथ-साथ शरीर में भी कई तरह के परिवर्तन आते हैं. बढ़ती उम्र के साथ स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं भी बढ़ने लगती हैं. जैसे-जैसे उम्र बढ़ती है, वैसे ही हमारा शरीर कमजोर होने लगता है. इसके साथ ही हमारी इम्युनिटी पर भी इसका असर पड़ता है. लेकिन मर्दों के लिंग और उम्र का भी गहरा संबंध है.शारीरिक और मानसिक प्रभावों के साथ ही उम्र के बढ़ने से मर्दों के लिंग पर भी असर पड़ता है. जैसे-जैसे आदमी की उम्र बढ़ती है, वैसे-वैसे उसके लिंग पर भी असर पड़ता है.
ऐसा माना जाता है कि उम्र बढ़ने के दौरान लिंग का सिकुड़ना या इसके आकार में बदलाव जैसी समस्याएं हो सकती हैं. इन परेशानियों का असर मर्दों के सेक्शुअल लाइफ के साथ ही उनके आत्म सम्मान पर भी पड़ता है. अधिकांश मर्दों को ऐसा लगता है कि सिर्फ वो ही हैं जो इस परेशानी से जूझ रहे हैं लेकिन, उम्र के बढ़ने के बाद लिंग का सिकुड़ना एक आम परेशानी है.
हेल्थ एक्सपर्ट्स का बोलना है कि इसके पीछे कई कारण हो सकते हैं. बढ़ती उम्र में टेस्टोस्टेरोन और ब्लड के प्रवाह के कम होने के कारण लिंग सिकुड़ जाता है. जैसे-जैसे उम्र बढ़ती है, इस क्षेत्र की रक्त वाहिकाओं में फैट जमा हो सकता है. नतीजतन, रक्त परिसंचरण खराब हो सकता है, और शिश्न में छूट हो सकती है. हाई कोलेस्ट्रॉल लेवल और हाई ब्लड प्रेशर की परेशानी बढ़ सकती है.
इतना ही नहीं, जैसे-जैसे शरीर की उम्र बढ़ती है, वैसे-वैसे कोशिकाओं का स्वास्थ्य भी घटने लगता है. इसके अलावा, पेट और पेट के निचले हिस्से में चर्बी जमा हो जाती है. नतीजतन, लिंग छोटा दिखाई दे सकता है. कुछ जानकारों का बोलना है कि उम्र के साथ, लिंग में कोलेजन स्टोर हो जाता है. जो लिंग की इलास्टिसिटी को कम करता है. लिंग के स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए जानकार की सलाह, नियमित व्यायाम और स्वस्थ भोजन बहुत जरूरी है.