यूपी के लखीमपुर खीरी में हुई घटना एक बार फिर बदायूं में हुई घटना की याद को ताजा कर दिया है। इस बार लखीमपुर खीरी में दो दलित बच्चियों को शव पेड़ पर लटकता हुआ मिला है। घटना के बाद से ग्रामीणों में बेहद नाराजगी है। घटना की गंभीरता को देखते हुए आईजी लक्ष्मी सिंह ने भी घटनास्थल पर पहुंच कर अधिकारियों से बातचीत की है। जानकारी के मुताबिक निघासन थाना इलाके में बुधवार शाम शाम को दो सगी नाबालिग बहनों के शव एक ही पेड़ पर लटकी मिली थी । मृतक नाबालिगों की मां का आरोप है कि तीन युवक बाइक से आए और उसकी बेटियों को खींच ले गए। इसके बाद इन्ही लोगों ने बेटियों की हत्या कर शव को पेड़ से लटका दिया।
बताया यह भी जा रहा है कि निघासन कोतवाली क्षेत्र के एक गांव में वर्षों से एक एक दलित परिवार रहता है। बुधवार शाम एक गन्ने के खेत में लगे एक खैर के पेड़ से दो सगी नाबालिग बहनों के शव लटकते मिले। दोनों के शव एक ही दुपट्टे से एक ही पेड़ से लटक रहे थे। एक किशोरी के पैर भी जमीन पर लग रहे थे। शव देखकर गांव वालों ने हंगामा शुरू कर दिया। आईजी लक्ष्मी सिंह ने घटनास्थल का निरीक्षण के बाद आलाधिकारियों को जल्द मामले के खुलासा को कहा है। आईजी लक्ष्मी सिंह ने बताया कि गांव के बाहर दो बच्चियों के शव पेड़ से लटके हुए मिले है । दोनों बहनों के शरीर पर कोई चोट के निशान नहीं है। सही स्थिति पोस्टमार्टम रिपोर्ट बाद ही स्पष्ट हो सकेगी। डॉक्टरों के पैनल से दोनों बहनों का पोस्टमार्टम कराया जाएगा।
पुलिस ने परिजनों की तहरीर पर 2 नामजद और 3 अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। वही घटना के बाद आक्रोशित ग्रामीणों ने निघासन थाने पर शव रखकर जाम लगा दिया। लेकिन पुलिस के आला अधिकारियों ने परिजनों एंव स्थानीय भीड़ को समझा-बुझाकर मामले को शांत कराया। पुलिस ने दोनों शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए लखीमपुर के लिए भेज दिया। गुरुवार सुबह तीन डॉक्टरों के पैनल और परिवारजनों की मौजूदगी में नाबालिग युवतियों का पोस्टमार्टम शुरू होगा।