Bareilly : नगर पालिका की लापरवाही की वजह से दिल्ली-लखनऊ रेल ट्रैक पर यात्रियों की जान आफत में पड़ गई है। रेल पथ के किनारे कूड़े के ढेर में तब्दील हो गए हैं। मजबूरन रेलवे ने गुरुवार को नगर स्वास्थ्य अधिकारी को पत्र लिखकर ट्रैक के पास कूड़ेदान रखने की मांग की ताकि स्थानीय लोग कूड़ेदान में ही कचरा डालें।
उत्तर रेलवे के सीनियर सेक्शन इंजीनियर कार्यालय की तरफ से भेजे गए पत्र में कहा गया कि पितांबरपुर स्टेशन से पश्चिमी में किमी 1289/0-11 के मध्य रेलवे ट्रैक किनारे बसे मठिया मोहल्ले से रेल पथ के किनारे कूड़ा-कर्कट डाल रहे हैं। कई बार तो मोहल्न्ले वासी लाइनों के बीच में तक कूड़ा डाल देते हैं। स्थानीय कर्मचारियों ने बार-बार मना भी किया। फिर भी कॉलोनीवासी नहीं मान रहे हैं। रोजाना ऐसा होने से कभी भी गंभीर ट्रेन दुर्घटना हो सकती है।
ट्रेन की सुरक्षा को खतरा
ट्रैक किनारे तरह-तरह का कूड़ा डाला जा रहा है। इसमें लोहे के तार, ठोस वस्तुएं आदि कई चीजें होती हैं। कूड़े में ब्लास्ट तक हो सकता है। ऐसे में पटरी टूट सकती है। पटरी की सुरक्षा को लेकर समय-समय पर रेलवे की ओर से एक टीम ने जाकर मोहल्लेवासियों की काउंसलिंग भी की ताकि लोग रेलवे ट्रैक पर गंदगी न फेंकें। बावजूद लोग नहीं मान रहे हैं।
लोग बोल-कूड़ेदान ही नहीं तो कूड़ा कहां फेंके:
रेलवे ने नगर स्वास्थ्य अधिकारी से कहा कि कूड़े की वजह से ट्रैक के रखरखाव में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। काउंसलिंग के दौरान यह बात सामने आई कि नगर पालिका ने कूड़ेदान ही नहीं रखवाए हैं जो रखे हुए हैं। उनका उठान ही नहीं होता है।
अगर मोहल्ले में कूड़ेदान रखवा दिए जाएं तो लोगों को कूड़ा डालने के लिए ट्रैक पर नहीं आएंगे।