News Vox India
कैरियरनेशनलयूपी टॉप न्यूज़राजनीतिशहरस्पेशल स्टोरी

प्रवीण सिंह ऐरन , नीरज मौर्य ने नामांकन करके सीटों पर पेश किया अपना दावा

बरेली। इंडियन गठबंधन के प्रत्याशी प्रवीण सिंह ऐरन और आंवला सीट से नीरज मौर्य ने मंगलवार को अपने समर्थकों के साथ नामंकन कराने पहुंचे , इस दौरान उनके साथ सपा के प्रमुख नेताओं में शमीम सुल्तानी , जिलाध्यक्ष शिव चरण कश्यप , वरिष्ठ नेता प्रमोद यादव, सपामहासचिव अताउर रहमान , पूर्व राज्यसभा सांसद वीरपाल सिंह यादव, कांग्रेस जिलाध्यक्ष असफाक सकलैनी सहित कई अन्य कांग्रेसी  मौजूद रहे।

Advertisement

 

 

 

मीडिया से बातचीत में सपा इंडिया गठबंधन के प्रत्याशी प्रवीण सिंह ऐरन ने कहा कि उनका मुकाबला भाजपा प्रत्याशी से है। वह चुनाव जीत रहे है उन्होंने अपने चुनाव तैयारी की निवर्तमान सांसद संतोष गंगवार को ही ध्यान में रखकर की थी। लेकिन उनका टिकट कट गया। प्रवीण सिंह ऐरन ने यह भी कहा कि उन्होंने अपने कार्यकाल में बरेली से दिल्ली और लखनऊ की नेशनल हाइवे की 4 लेन का निर्माण किया था अब जीतने के बाद उसे 6 लेन कराएंगे।

 

 

 

बरेली को स्पोर्ट सिटी और मैन्यूफैक्चरिंग हब बनाएंगे । किसानों की ज़मीन लेने से पहले उनकी सहमति ली जाएगी उसके बाद ही कोई निर्माण शुरू होगा। भाजपा के 8 बार के कार्यकाल में बंद फैक्ट्री के लिए कोई एक आदमी जिम्मेदार नहीं है उसके लिए यूपी सरकार और पूरा शासन प्रशासन जिम्मेदार है। जिला पंचायत अध्यक्ष , मेयर , पहले भी उनके थे आज भी है। इसके बाद भी जनता को करप्शन का सामना करना पड़ रहा है। आज कोई काम ऐसा नहीं है जो बिना लेन देन के होता नहीं है। उन्होंने यह भी कहा कि भाजपा सरकार जा रही है मोदी जी ने जाने के लिए अपना झोला तैयार कर लिया है। भाजपा 400 के पार नहीं करने नहीं जा रही है बल्कि जनता तड़ी पार करने जा रही है।

 

 

नीरज मौर्य ने कहा कि किसान अपने घर में सो नहीं पा रहा है। गाय माताओं का बुरा हाल है। सड़को का बुरा हाल है। महंगाई से लोग त्रस्त है। आज भी आंवला लोकसभा पूर्णता ग्रामीण क्षेत्र है। गांव में आज भी 50।प्रतिशत लोग कुपोषण के शिकार है। जनता बार बार भाजपा नेताओं के बहकावे में नहीं आने वाली है। नीरज मौर्य ने भाजपा के निवर्तमान सांसद धर्मेंद्र कश्यप पर आरोप लगाया कि वह क्षेत्र की 80 प्रतिशत जनता से मिले ही नहीं है।भाजपा ने अपने संकल्प पत्र के एक वादा पूरा नहीं किया बल्कि जुमले कसते रहे। क्या स्विश बैंक से पैसा वापस आया , क्या गरीबों को 15 लाख रुपये मिले। उनके ही गृहमंत्री ने स्वीकार किया कि उनका 15 लाख रुपये वाली बात चुनावी जुमला थी।

Related posts

छात्र संघ के चुनाव चाहते बरेली कॉलेज के छात्र,

newsvoxindia

newsvoxindia

बरेली की डेलापीर सब्जी मंडी में यह है सब्जियों के दाम , देखें यह लिस्ट ,

newsvoxindia

Leave a Comment