कमलेश शर्मा ,शाहजहांपुर : पूर्व केंद्रीय गृह राज्य मंत्री स्वामी चिन्मयानंद की मुश्किलें एक बार फिर से बढ़ गई है। शिष्या के साथ दुष्कर्म के मामले में एमपी/एमएलए कोर्ट ने स्वामी चिन्मयानंद के खिलाफ आज गैर जमानती वारंट जारी किया है। लगातार कोर्ट की तारीखों पर गैरहाजिर होने पर यह कार्रवाई की गई है। कोर्ट ने चिन्मयानंद को गिरफ्तार करके कोर्ट में पेश करने का आदेश दिया है। दरअसल 2011 में स्वामी चिन्मयानंद की शिष्या ने उन पर बंधक बनाकर दुष्कर्म करने का मुकदमा दर्ज कराया था।
दुष्कर्म का मामला एमपी -एमएलए कोर्ट में चल रहा था। कोर्ट ने पेश होने के लिए सम्मन भेजे थे। लेकिन लगातार कोर्ट में पेश ना होने पर एमपी एमएलए कोर्ट ने उनके खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किया है। कोर्ट में पेश ना होने पर पहले भी चिन्मयानंद के खिलाफ एनबीडब्ल्यू जारी किया था लेकिन कोर्ट में पेश नहीं हुए। पहले उनके वकीलों ने प्रार्थना पत्र देकर एलबीडब्ल्यू खारिज करने की मांग की थी। लेकिन कोर्ट ने प्रार्थना पत्र को खारिज कर दिया।
आज एमपी एमएलए कोर्ट ने पुलिस अधीक्षक और संबंधित थानाध्यक्ष की मौजूदगी में उन्हें 9 दिसंबर 2022 को पुलिस कस्टडी में हाजिर होने के आदेश दिए हैं। ऐसे में माना जा रहा है कि स्वामी चिन्मयानंद की एक बार फिर से मुश्किलें बढ़ सकती हैं।
राजकीय अधिवक्ता नीलिमा सक्सेना ने मीडिया को बताया कि चिन्मयानंद के खिलाफ एक आर्डर तहत एनबीडब्ल्यू जारी किया गया है। और उसमें कहा गया है कि आर्डर की कॉपी पुलिस अधीक्षक और संबंधित थानाध्यक्ष को भेजी जाए साथ ही उन्हें गिरफ्तार करके 9 दिसम्बर को तक कोर्ट में हाजिर किया जाए।