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रामपुर के स्टेडियम में आया  बुर्खा विवाद, मामले ने पकड़ा तूल ,

 

मुजस्सिम खान ,

Rampur : कर्नाटक के एक कॉलेज से शुरू हुआ हिजाब विवाद अभी ढंग से शांत भी नहीं हुआ था कि उत्तर प्रदेश के जनपद रामपुर में स्थित स्पोर्ट्स स्टेडियम में पहुंची 3 महिलाओं को अपने बुर्के के चलते जिला खेल अधिकारी के विरोध का सामना करना पड़ गया । यही नहीं दोनों पक्षों की ओर से इस विवाद पर तीखी बहस तक हुई जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर बड़े तेजी के साथ वायरल होना शुरू हो गया। महिलाएं बुर्के को लेकर की गई टोका टोकी से स्पोर्ट्स अधिकारी से खफा दिखाई दी  तो वही स्पोर्ट्स अधिकारी उन्हें बुर्का पहनकर स्टेडियम में नहीं आने से संबंधित नियम और शासन की मंशा को जाहिर करते नजर आए।

 

बताया जाता है कि  रामपुर मे बवनपुरी स्थित शहीद-ए-आजम स्पोर्ट्स की प्रशासनिक एवं व्यवस्थाओं की जिम्मेदारी जिला खेल अधिकारी नवीन कुमार के कंधे पर है |  5 जून को एक ऐसा वाक्य स्टेडियम में हुआ कि जिससे बवाल मच गया हुआ यूं… सना नाम की महिला अपनी मां एवं बहन के साथ अपनी 4 साल की बेटी का एडमिशन स्विमिंग कराने के बाद उसे लेकर स्टेडियम पहुंचेंगे इस बीच वहां दाखिल होने पर तीनों ही महिलाओं ने बुर्का पहन रखा था। तीनों ही महिलाएं किसी कारणवश ट्रैक पर पहुंच गई यह देख कर जिला खेल अधिकारी नवीन कुमार भी मौके पर आ गए उन्होंने महिलाओं से बुर्का पहनकर स्टेडियम मे आने को लेकर सवाल किया जिस पर दोनों पक्षों की ओर से विवाद गहरा गया |

 

खेल अधिकारियों ने नियम और शासन की मंशा के बारे में बताते हुए बुर्के को ट्रैक पर आने की पाबंदी बताई। जिस पर महिला पक्ष के कुछ लोग आ गए और एक बार फिर गहमागहमी का माहौल शुरू हो गया इस बीच किसी ने घटना का वीडियो बना लिया और इसे तेजी के साथ सोशल मीडिया पर वायरल कर डाला। महिला का कहना है कि वह अभिभावक के तौर पर अपनी बच्ची को लेकर स्टेडियम पहुंची थी उनके साथ उनकी मां एवं बहन भी थी जो बुर्का पहने थे वह वहां पर किसी खेल में भाग लेने नहीं बल्कि अपनी बच्ची को स्टेडियम पहुंचाने गई थी | इस बीच जिला खेल अधिकारी ने उनके साथ अभद्रता करते हुए बुर्के को लेकर टोका टाकी की है और बच्ची के एडमिशन को निरस्त कर डाला है ।

 

 

कुछ इसी तरह जिला खेल अधिकारी नवीन कुमार का आरोप है कि उनके साथ महिलाओं ने अभद्रता की है वह बुर्का पहनने के बाद नियम विरुद्ध तरीके से स्टेडियम में दाखिल हुई थी और उन्होंने इसी को लेकर टोका टाकी की जो महिलाओं को नागवार गुजरी जिसके बाद उनके साथ ही उनके पक्ष के कुछ लोगों ने मेरे साथ अभद्रता की है। हालांकि इस विवाद मे भले ही दोनो तरफ से शाब्दिक हमले हो रहे हो मगर विवाद मे फंसे तीसरे किरदार यानी 4 साल की उस मासूम बच्ची के सपने के टूटने का जिक्र तक करने वाला कोई नहीं है।

महिला सना राशिद के मुताबिक 5 जून की यह बात है हम लोग स्विमिंग के लिए जैसे क्लास लगती हैं उसी टाइम पर हम 6 से 7 बजे की टाइमिंग के हिसाब से हम गए थे मेरी कजिन भी साथ में थी उन्हें भी अपने बच्चों का वहा एडमिशन कराना था जब हम लोग 4 तारीख को वहां के जो सर हैं उन्होंने मेरी मम्मी को रोका था बुर्खा के लिए आप बुर्का पहनकर ग्राउंड में नहीं आ सकती जबकि हम लोग ग्राउंड में वाकिंग रनिंग उसके लिए नहीं गए थे बच्चे का एडमिशन कराने के लिए गए थे अपनी बच्ची का एडमिशन कराने के लिए कोई ट्रेन सूट वगैरा कोई जाता थोड़ी है वो तो पेरेंट्स होते हैं मैं इस्लाम से रिलेटेड हूं मुस्लिम हूं तो मैं बुर्के में गई थी मेरी मम्मी भी गुस्से में थी और बच्ची का एडमिशन कराया था |

 

नेक्स्ट डे भी उन्होंने यही बात बोली कि आप बुर्के में नहीं आएंगी यह स्टेडियम है बाहर बोर्ड लगा हुआ है उस पर लिखा हुआ है बुर्का अलाव नहीं है तो हमने कहां दिखाइए कहां लिखा हुआ है कि बुर्खा अलाउड नहीं है और बदतमीजी से बात कर रहे थे की लगी नहीं रहा था वह एक गेम के इतने बड़े आला मकाम पर है और फिर नेक्स्ट डे उन्होंने स्विमिंग कॉस्टयूम को लेकर फौरन ही मेरे चाचा को रोक दिया फिर हमने बोला कि जब हमने फॉर्म फिल किया था तब तो आप ने मना किया था |

 

स्विमिंग कॉस्टयूम को अगर आप कह रहे हैं स्विमिंग कॉस्टयूम के लिए तो हम कल से इस को फॉलो करेंगे बोले नहीं यह लिए अपने पैसे फौरन ही पैसे वापस कर दिए सबके सामने सारे लोग थे | वहां पर और वह जो ट्रेनर थे उन्होंने हमें फॉरेन पैसे दिए और कहां अब आप इसके बगैर नहीं आएंगे और जो हमने फॉर्म फिल किया था तो मैंने एक एक चीज पूछी थी तब तो उन्होंने यह कहा कि कोई कॉस्टयूम की जरूरत नहीं है कोई रूल उन्होंने नहीं बताएं कि इसके रूल्स क्या है और बुर्के को लेकर उन्होंने एडमिशन तक कैंसिल कर दिया फॉरेन ही पैसे दे दिए और उसके बाद से हम लोग गए भी नहीं।

सर क्लासेज ओवर होने के बाद क्योंकि यह 4 साल की बच्ची है ग्राउंड में और भी बच्चे वहां खेल रहे थे उनको देखकर यह ग्राउंड की तरफ भाग कर चली गई तो मेरी अम्मी इन्हें पकड़ कर लेकर आ रही थी वहां से यह तेजी से भाग कर गई मैं आवाज़े भी दे रही थी इन्होंने सुना नहीं मेरी अम्मी इन को लेकर आने लगी तो सर को पता नहीं क्या मिसअंडरस्टैंडिंग हुई कि उन्होंने फौरन बोल दिया कि आप स्टेडियम बुरखे में नहीं आएंगे अगर कोई भी गार्जियन अपने बच्चे का एडमिशन करा रहे हैं अपने बच्चे को लेकर आ रहे हैं वहां टाइम के लिए तो वह अपने हिसाब से तो आएंगे ना ट्रैक सूट में थोड़ी आएंगे उनका एडमिशन थोड़ी हुआ है यह 5 तारीख की घटना है सैटरडे की।

जी जो मैरी कजिन थी उन्होंने फौरन ही वसीम सर है उनको कॉल की थी तो वह भी आए उनसे भी बहुत बदतमीजी करी सुनी नहीं रहे थे किसी की पता नहीं क्या सोच रहे थे पता नहीं कौन सी पोस्ट पर हूं किसी की भी नहीं सुन रहे थे उनकी भी नहीं सुन रहे थे बहुत बदतमीजी कर रहे थे मैंने वसीम सर से कहा था कि मैं एक एप्लीकेशन लिखूंगी इस पर अपलोड कीजिएगा पोर्टल पर तो मैंने उनके थ्रू मैंने वह पोर्टल पर एप्लीकेशन अपलोड कर आई थी |

 

बस मुझे यह है की कि वह इतने आला मकाम पर हैं एक ट्रेनर है तो उन्हें बुर्के से तो कोई मसला नहीं होना चाहिए उनके लिए तो सब एक बराबर होना चाहिए और मैं थोड़ी सीख रही हूं कोई स्पोर्ट्स मेरी बच्ची आ रही है हां अगर वह यूनिफॉर्म में नहीं है प्रॉपर तो आप उसको कह सकते हैं बुर्के का क्या मुद्दा बनाना है गार्जियंस को थोड़ी रुकेंगे मैं अगर करूंगी तब मेरे लिए अलाव होगा यूनिफॉर्म हो कॉस्टयूम हो जो भी हो में तो बस एक पेरेंट्स हू।

जिला खेल अधिकारी नवीन कुमार के मुताबिक…. इस संबंध में मैं बताना चाहूंगा कि यह परसों का मामला है कुछ महिलाएं आई थी स्टेडियम तो ग्राउंड में टहलना चाह रही हैं और बुरखे में थी स्पोर्ट्स किट में भी नहीं थी तो उनको यह बताया गया कि आपको यदि स्टेडियम में आना है और टहलना है तो आप प्रॉपर स्पोर्ट्स किट में आए और पहले लेकिन उन्होंने इस संबंध में काफी बहस बाजी करें और उल्टा पुल्टा बोलने लगी और उन्होंने किसी एक नेता को भी बुला लिया था जो वहां पर विवाद कर रहे थे कि इस तरह से आप नहीं रोक सकते तो में बताना चाहूंगा की स्पोर्ट्स स्टेडियम में जो भी खेलने के लिए या अभ्यास करने के लिए आते हैं वह प्रॉपर ड्रेस में और स्पोर्ट्स किट में ही  उन्हें अलाउ है और ऐसे निर्देश भी हैं ऊपर से हां वह बुरखे में थी और उनको मना किया गया कि आपको यदि खेलना है हमारा जो लोन बना है बगल में आप वहां डाल दीजिए लेकिन मेन ट्रैक पर नहीं जहां पर लड़के दौड़ रहे हैं सब खिलाड़ी वहां प्रैक्टिस कर रहे हैं |  बस और कोई बात नहीं थीं।

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