भोजीपुरा। गांव बुझिया जनूबी में सड़क निर्माण को लेकर मतदान बहिष्कार की रैली निकालना ग्रामीणों को भारी पड़ गया। पुलिस ने दविश देकर एक ई-रिक्शा चालक को पकड़कर हिरासत में ले लिया। पूछताछ करने के बाद उसे छोड़ दिया ।जानकारी के अनुसार बुझिया जनूबी को नैनीताल हाइवे से जोड़ने वाली सड़क क्षतिग्रस्त है। ग्रामीणों ने हर स्तर पर प्रयास किया लेकिन न तो जनप्रतिनिधियों ने सुनी और न ही अफसरों ने।आज रविवार को युवाओं ने लोकसभा चुनाव के बहिष्कार का ऐलान किया और गांव में रैली निकालकर लोगों को जागरूक किया।
गांव के ग्रामीणों ने बताया कि वैसे तो पूरी सड़क क्षतिग्रस्त है लेकिन दोहरिया पचदौरा गांव के पास सड़क तालाब में तब्दील हो गई है। गर्मी के मौसम में नदी और तालाब का पानी सूख जाता है। लेकिन दोहरिया पचदौरा गांव के पास सड़क हर समय तालाब की शक्ल में रहती है।बुझिया जनूबी व बुझिया शुमाली समेत कई गांव के लोगों को नैनीताल हाइवे तक आवागमन में घोर परेशानी का सामना करना पड़ता है ग्रामीणों ने बताया कि सड़क के लिए उन लोगों ने क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों समेत विभागीय अधिकारियों से शिकायत की, लेकिन उनकी किसी ने नहीं सुनी।अब ग्रामीणों ने लोकसभा चुनाव में मतदान बहिष्कार की पहल शुरू की और ई-रिक्शा पर बैनर लगाकर रोड नहीं तो वोट नहीं,पहले रोड बाद में वोट जैसे नारे लिखकर गांव में रैली निकाली।
गांव के युवाओं ने बताया कि यदि कोई जनप्रतिनिधि सड़क ठीक कराने का आश्वासन देगा तभी वह लोग मतदान करेंगे। मतदान बहिष्कार की रैली का वीडियो वायरल होने पर पुलिस ने धरपकड़ शुरू कर दी है। पुलिस की कार्रवाई से ग्रामीणों में दहशत फैल गई है। प्रभारी निरीक्षक भोजीपुरा जगत सिंह ने बताया कि ई-रिक्शा वाले युवक को पूछताछ के बाद छोड़ दिया गया है।