- घटना से गांव में मचा हड़कंप ,
- सभी पत्र उर्दू सहित अरबी और अंग्रेजी भाषा में लिखे हुए ,
यूपी के रामपुर में 4 हिन्दू परिवार को जान से मारने की धमकी देने वाला पत्र मिलने से एक गांव में सनसनी मच गई है। पत्र लिखने वाला व्यक्ति ने आतंकवादी संगठन का सदस्य होने का दावा किया है। धमकी भरे पत्र उर्दु, अरबी और अंग्रेजी भाषा में लिखे गए है। पत्र के लिफाफे पर आईएसआई (ISI) भी लिखा हुआ है। घटना की जानकारी होते ही आलाधिकारी सकते गए है। मामले की जानकारी आईबी के साथ अन्य एजेंसियों को भी दी गई है।
पीड़ित कुलदीप ने बताया कि वह सुबह अपने ट्यूवेल गया था। जब वह घर वापस आया तो उसने देखा कि बाहर कुछ लिफाफे टाइप पढ़े हुए हैं। जब उसने उठाकर देखना चाहा तो उसकी माँ बोली
किसी ने टोटका किया होगा। इसके बाद वह डंडे से घर से बाहर ले गया। वहां उसने गांव वालो के सामने देखा तो उसमें एक लाल रंग का कपड़ा निकला। कपड़े पर दो लिफाफे टाइप चिपके हुए थे पर्चे उन पर लिखा हुआ था। उसे इंग्लिश पढ़ना नहीं आता है और ना ही उर्दू आती है क्योंकि जब इंग्लिश नहीं आती तो उर्दू पढ़ने का कोई सवाल ही पैदा नहीं होता। उर्दू तो बहुत कम ही लोग जानते हैं। इसके बाद वह पत्रों को गांव के पढ़े लिखे लोगों के पास ले गया। तब गांव के पढ़े लिखे लोगों ने बताया कि इसमें धमकी है. पूरी बात वह भी नहीं समझ पाए फिर उसने देखा कि इसकी पूरी बात जब तक पता नहीं चलेगी जब तक किसी को कुछ कहना ठीक नहीं है। इसके बाद वह ज्यादा अच्छी इंग्लिश जानने वालों के पास गया तो उन्होंने बताया कि इसमें धमकी लिखी हुई है और इसमें यह लिखा हुआ है कि तुम्हारे परिवार को खतरा है और कुछ चीजें उसमें लिखी हुई थी कि ऐसा कर दोगे वैसा कर देंगे कि तुम्हें जान से मारने की धमकी दी गई है। इतनी बात ही उसे पता चली फिर उसके बाद ही उसने पुलिस को सूचना दी । कोतवाल साहब को इनफॉर्म किया बाद में 112 नंबर को भी फोन किया।
बाद में मौजूद लोगों ने मोबाइल की मदद से पत्रों को ट्रांसलेट किया तो पता चला कि आई एस आई लिखा हुआ है। कुलदीप ने बताया कि उसके परिवार के अलावा अन्य 4 परिवार के लोग हैं 4 परिवार के लोगों को धमकी दी गई है। इन चारों के पत्र अलग-अलग थे चारों के अलग-अलग लिफाफे पर नाम लिखे हुए थे सब की धमकी एक ही थी खाली नाम का चेंजिंग था और बाकी लेटर सेम था। मामले को देखते हुए मामले की सूचना पुलिस को दे दी है।
भानु प्रताप सिंह के मुताबिक सुबह काफी लोग इकट्ठे थे। भीड़भाड़ थी और वह लिफाफे देख रहे थे उसमे एक लिफाफा मेरे नाम के साथ अन्य दो लोगों के भी थे। घटना के बाद से वह तो परेशान है। मौके पर
पुलिस मौजूद है। रंजिश तो ुकि किसी से नहीं है। वह तो खेती किसानी करता है। पुलिस की पहले सो नंबर आई। बाद में दरोगा जी , कोतवाल साहब , फिर सीओ साहब आए। सब ने यह कहा कि हम तुम्हारी पूरी सुरक्षा कर रहे हैं घबराने की बात नहीं है।
अपर पुलिस अधीक्षक डॉ संसार सिंह के मुताबिक शाहबाद के अनवा गांव के रहने वाले कुलदीप को सुबह 7:00 बजे उनके घर के बाहर चार लिफाफे मिले जो चार अलग-अलग लोगों के नाम से लिखे गए थे लेकिन उन चारों की भाषा एक जैसी ही थी। एक ही आदमी द्वारा लिखा हुआ सा लग रहा था। एक ही लैंग्वेज थी और एक ही मजमून था और जो पत्र लिखने वाला व्यक्ति अपने आप को किसी आतंकवादी संगठन का सदस्य बता रहा था। इस लेटर के ऊपर आई एस आई एस लिखा हुआ था। यह जान से मारने की धमकी दे रहा था। आईबी को हमने सूचना दे दी थी और स्पेशल ब्रांच एलआईयू को और इस बात की तस्दीक की जा रही है कि यह पत्र कहां से आए हैं। इन पत्रों का क्या मकसद है गांव में सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है. कुलदीप के घर गार्ड लगा दिए गए हैं।