Onion Price News Update:
लगातार गिरती कीमतों के बीच किसानों की चिंता बढ़ती ही जा रही थी। एक तरफ जहां कुछ दिन पहले तक नींबू और तरबूज राष्ट्र में रिकॉर्ड दाम पर बिक रहा था, वहीं पिछले 2 महीने से प्याज की कीमतों में गिरावट देखी जा रही थी। गर्मियों के प्याज का मौसम प्रारम्भ होने के बाद से ही कीमतों में अच्छी खासी गिरावट जारी है। पिछले दो-तीन महीने से रेट इतने गिर गए कि किसानों के खेत में ही प्याज सड़ने लगा।
नफेड ने प्याज खरीद का लक्ष्य बढ़ाकर इतना किया
हम आपको बता दें कि प्याज एक नकदी फसल है और इसका प्रयोग पूरे वर्ष होता है। खरीफ में लाल प्याज की रिकॉर्ड कीमत को देखकर किसानों ने आशा जताई थी कि रबी में भी अच्छा दर मिलेगा। गर्मी के प्याज और खरीफ प्याज की बढ़ती आवक और घटती मांग के चलते प्याज ने किसानों की आंखों में आंसू ला दिए हैं। इस वर्ष मई के आरंभ से ही मंडियों में प्याज की आवक हर रोज बढ़ती ही जा रही थी। आवक बढ़ने से प्याज 250 रुपये प्रति क्विंटल से घटकर अब 100 रुपये प्रति क्विंटल के इर्द-गिर्द आ गया।
नफेड का बोलना है कि इस बार प्याज उत्पादन तीन करोड़ टन होने का अनुमान है। पिछले सीजन में भी तकरीबन इतना ही प्याज का उत्पादन हुआ था। राष्ट्र में प्याज की बंपर पैदावार को देखते हुए नफेड ने अपनी खरीद बढ़ाने का निर्णय किया है। इस समय नेफेड किसानों से 10 से 12 रुपये प्रति किलो प्याज खरीद रहा है, जिसे अगले कछ दिनों में बढ़ा कर 18 रुपये तक ले जाया जा सकता है।