बरेली में नगर निगम के प्रयास से एक बार फिर घंटा घर बनाया जा रहा है | यह घंटा घर कुछ ही माह में बनकर तैयार हो जायेगा | बरेली का घंटाघर बरेली की पहचान के रूप में देखा जाता है , बताया यह भी जाता है कि घंटाघर के आसपास व्यापार करने वाली व्यापारी अपनी घड़ियों को घंटाघर से मिलान किया करते थे | कुछ लोग बताते है कि घंटाघर की घडी काफी समय से बंद थी लेकिन जिस तरह से दोबारा घंटाघर को बनाया जा रहा है और डिजीटल वाच लगाने की बात कही जा रही है उससे एक बार फिर शहर का पुराना इतिहास एक बार फिर जिन्दा होने की उम्मीद बढ़ गई है |