दस प्रकार के पापों से मुक्ति पाने का दिन गंगा दशहरा इस बार 9 जून गुरुवार को पड़ रहा है। दरअसल यह दशहरा जेष्ठ माह के शुक्ल पक्ष दशमी में मनाया जाता है। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार इस दिन मां गंगा का अवतरण हुआ था। इसलिए इस पर्व को मां गंगा “के अवतरण दिवस के रूप में भी मनाते हैं। इस दिन पूजा-पाठ दान पुण्य का बहुत ही महत्व होता है इस बार तो यह गंगा दशहरा विशेष संयोग ओं को संजोए हुए हैं।
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ज्योतिष शास्त्र के अनुसार इस बार का गंगा दशहरा कई मायनों में बेहद ही खास रहने वाला है। मां गंगा के अवतरण दिवस यानी गगा दशहरा के दिन ग्रह-नक्षत्रों की स्थिति बेहद शुभ रहने वाली है। इस दिन चार शुभ संयोग ओं का निर्माण हो रहा है जो कि पूजा पाठ के लिए बेहद ही मंगलकारी माने जाते हैं ऐसे में इस दिन गंगा- स्नान, दान- पुण्य, पूजा-पाठ आदि का महत्व कई गुना अधिक बढ़ जाता है। दरअसल इस दिन सूर्य देव और बुध ग्रह वृषभ राशि में मौजूद रहेंगे। जिस कारण बुधादित्य योग बनेगा। साथ ही इस दिन रवि योग का भी शुभ संयोग बनेगा। इसके साथ ही इस दिन हस्त नक्षत्र भी व्याप्त रहेगा।इसके अलावा व्यतिपात योग का भी निर्माण हो रहा है। हस्त नक्षत्र में मां गंगा का अवतरण हुआ था। ऐसे में गंगा दशहरा के दिन यह योग बनना अत्यंत शुभ माना जा रहा है।
-इन वस्तुओं का करें दान
गंगा दशहरा के दिन दान करने का विशेष महत्व होता है। ऐसी मान्यता है कि इस दिन दान पुण्य करने से व्यक्ति सभी संकटों से छुटकारा पा सकता है और व्यक्ति के बिगड़े काम भी अपने आप बनने लगते हैं। इस दिन जल, अन्न, फल, वस्त्र, पूजन व सुहाग सामग्री, नमक, तेल, गुड़ और स्वर्ण दान करने का विशेष महत्व है।