बरेली । दिल्ली ,देश के प्रसिद्ध रंगकर्मी जेसी पालीवाल की अचानक तबियत बिगड़ने से आज सुबह दिल्ली में उनका निधन हो गया। जानकारी के मुताबिक उनका आज शाम तक बरेली में अंतिम संस्कार होने की संभावना है। जेसी पालीवाल को नाट्य कला एवं साहित्य के क्षेत्र में विशेष सेवा देने के लिए कबीर पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। जेसी पालीवाल अपने पीछे भला भरा परिवार छोड़कर गए है। जेसी पालीवाल के बेटे संजीव पालीवाल टीवी इंडस्ट्री से जुड़ा नाम है।
श्री पालीवाल का जन्म 03 जुलाई को 1934 को फिरोजाबाद में हुआ था। रेलवे की नौकरी में वह बरेली आए तो फिर यहीं के होकर रह गए । जेसी पालीवाल के बारे में यह भी कहा जाता है कि उन्हें रुहेलखंड में सामाजिक राजनैतिक रूप से सक्रिय शायद ही कोेई ऐसा व्यक्ति होगा जो उन्हें नहीं जानता हो। 90 वर्ष की आयु में भी उनकी सक्रियता युवाओं को भी मात देती थी।
बरेली में रंगकर्मियों में दौड़ी शोक की लहर
जेसी पालीवाल के निधन की खबर से शहर के रंगकर्मियों में शोक की लहर दौड़ गई। जिसने भी सुना वह दुखी हो गया। कुछ लोगों ने इस बात की चिंता जताई अब उनके बाद शहर में चलने वाली रंगमंच से जुड़ी गतिविधियों को कौन जिंदा रखेगा।

3 जुलाई को जेसी पालीवाल हुए थे 90 वर्ष
वरिष्ठ रंगकर्मी और समाजसेवी जेसी पालीवाल 3 जुलाई को जेसी पालीवाल 90 वर्ष के हुए थे। उनके चाहने वालों को उनके निधन की खबर पर विश्वास नहीं हो रहा है। वही वरिष्ठ पत्रकार पवन सक्सेना ने अपने एक पोस्ट में लिखा है कि वरिष्ठ पत्रकार श्री संजीव पालीवाल के पिता श्री जेसी पालीवाल जी का जाना संपूर्ण समाज व मेरी निजी क्षति है।
पंडित सुशील पाठक ने जेसी पालीवाल की निधन पर दुख जताते हुए कहा कि बरेली शहर को रंगमंच के माध्यम से विदेशों तक सौहार्द की मिसाल पेश करने वाले जेसी पालीवाल साहब का अचानक हम सबके बीच से चले जाना , शहर के लिए एक बड़ी क्षति है। इस मुश्किल की घडी है में परिवार को दुख सहन करने की शक्ति ईश्वर प्रदान करें ।