यूपी के शाहजहांपुर में 12 साल की उम्र में गैंगरेप की शिकार हुई पीड़िता को 28 साल बाद न्याय मिला है। पुलिस ने गैंगरेप के एक आरोपी को गिरफ्तार किया है। घटना के 28 वर्ष बाद अदालत के आदेश पर आरोपियों के खिलाफ पुलिस में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। डीएनए टेस्ट में दोनों आरोपियों में से एक की रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। रिपोर्ट आने के बाद पुलिस ने एक आरोपी गुड्डू को गिरफ्तार किया है। गैंगरेप के बाद किशोरी गर्भवती हुई थी और उसने एक बच्चे को जन्म दिया था। बड़े होने पर बच्चे ने अपने पिता का नाम मां से जानने की कोशिश की तो मां ने कोर्ट के आदेश पर केस दर्ज कराया था। जिसके बाद पुलिस ने दोनों के खिलाफ केस दर्ज करते हुए डीएनए टेस्ट कराया था।
घटना थाना सदर बाजार इलाके का है, जहां करीब 27 वर्ष पहले किशोरी अपनी बहन और बहनोई के घर में रहती थी। इस दौरान उसी मोहल्ले में रहने वाले नाकी हसन एक दिन उसके घर में घुस आया और उसने किशोरी से दुष्कर्म किया। हसन के बाद उसके छोटे भाई गुड्डू ने भी किशारी के साथ दुष्कर्म किया। पीड़िता ने आरोप लगाया है कि आरोपियों ने कई बार उसके साथ दुष्कर्म किया। उस वक्त पीड़िता की उम्र 12 साल थी। महिला ने अपनी शिकायत में कहा कि 13 साल की उम्र में वह गर्भवती हो गई थी और 1994 में उसने एक बच्चे को जन्म दिया था। इस बच्चे को शाहाबाद क्षेत्र के उधमपुर गांव के एक व्यक्ति को दे दिया गया था । इसी बीच पीड़िता के बहनोई का स्थानांतरण रामपुर जिले में हो गया और किशोरी भी उनके साथ चली गई।
बाद में बहनोई ने किशोरी की शादी गाजीपुर जिले के एक व्यक्ति के साथ करा दी थी। 10 वर्ष बाद जब उसके पति को दुष्कर्म की घटना का पता चला तो उसने अपनी पत्नी को तलाक दे दिया। इसके बाद महिला लखनऊ आकर रहने लगी। अब तक महिला का बेटा बड़ा हो गया था उसने अपने माता-पिता के बारे में जानना चाहा तो उसे उसकी मां का नाम बता दिया । मां से मिलने के बाद उसने अपने पिता का नाम पूछा मां ने भी पूरी घटना बता दी। बाद मां ने कोर्ट के आदेश पर दोनों आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज हुआ । पुलिस ने दोनों आरोपियों के डीएनए टेस्ट कराया जिसके बाद आरोपी गुड्डू का डीएनए टेस्ट पॉजिटिव पाया गया है। इस मामले में पुलिस ने आरोपी गुड्डू को ढूंढ निकाला है जिसके बाद उसे गिरफ्तार गया है।