बरेली : मै मदीने चला मै मदीने चला…फिर करम हो गया, मै मदीने चला इसी आसरे के साथ बरेली से भी आजमीन हज की रवानगी शुरू हो चुकी है।इस साल सऊदी अरब में जून माह में मुकद्दस हज की रस्म अदा की जायेगी। दुनियाभर से लाखों मुसलमान मक्का-मदीना पहुंचने शुरू हो गए है। बरेली ज़िले से इस बार लगभग 660 आजमीन हज करने जा रहे है।आजमीन हज का बड़ा जत्था 14 मई से 17 मई के बीच रवाना होगा।
दरगाह के मीडिया प्रभारी नासिर कुरैशी ने बताया कि मुफ्ती सलीम नूरी बरेलवी,आकाश पुरम के डॉक्टर मोहम्मद अजहर,पुराना शहर कोट के मोहम्मद शरीफ,जसोली के मोहम्मद असलम,मठ की चौकी की अफ़रोज़ कुरैशी,रहपुरा चौधरी के हसन रज़ा खां,आजम नगर के अब्दुल लतीफ कुरैशी के घरों में जश्न का माहौल है परिवार के लोग रिश्तेदार,दोस्त फूलों से इस्तकबाल कर उनको विदा करने के लिये घरों में लगातार पहुंच रहे हैं। वही जसोली के सरदार हुसैन व उनकी पत्नी जरीना आज हज के सफर पर लखनऊ सड़क मार्ग द्वारा रवाना हो गई। 10 मई को दोपहर 12.05 बजे फ्लाइट है। जो साढ़े तीन बजे मदीना शरीफ पहुंचेगी। आज हज पर रवाना होने से पहले सरदार हुसैन व जरीना ने दरगाह आला हज़रत पर हाजिरी दी। सज्जादानशीन मुफ्ती अहसन रज़ा क़ादरी(अहसन मियां) से मुलाकात कर सफर की आसानी के लिए दुआ कराई। सज्जादानशीन मुफ्ती अहसन मियां ने सभी आजमीन हज से हज के दौरान दुनियाभर समेत खासकर मुल्क के हिंदुस्तान में तरक्की व खुशहाली के लिए दुआ करने की गुजारिश की।