बरेली। देश के युवाओं में नशा करने की आदत तेजी से बढ़ रही है। सरकार अपने नागरिकों को लगातार नशे से दूर करने की अपील भी कर रही है। नशा करने वालों के बारे में यह भी कहा जाता है कि नशा करने वाला खुद तो बर्बाद होता है बल्कि वह अपने को भी परिवार को तेजी से बर्बादी की ओर ले जाता है। इसी क्रम में बरेली आईजी रमित शर्मा ने नारकोटिक्स विभाग की पहल को आगे बढ़ाते हुए पुलिस कर्मियों को नशे से दूर रखने की शपथ दिलाई। आईजी रमित शर्मा ने अपने कार्यालय में तैनात सभी पुलिसकर्मियों को अपने कार्यालय बुलाया। आईजी ने सभी पुलिसकर्मियों को नशे से दूर रहने को कहा। उन्होंने संबोधन में कहा कि मादक पदार्थों के इस्तेमाल से परिवार और जिंदगी दोनों बर्बाद हो रहे है। इसलिए जिंदगी को हां और नशे को ना बोलिये। जिंदगी में कभी नशीली दवाओं या किसी प्रकार के मादक पदार्थों के सेवन करने से बचे। उन्होंने पुलिसकर्मियों को उत्साह बढ़ाते हुए यह भी कहा कि पुलिसकर्मी खुद जागरूक होंगे तो वह अपने पास आने वाले आम नागरिकों को भी जागरूक कर पाएंगे।
बरेली के तस्कर पूरे भारत में प्रसिद्ध
तस्करी के दुनिया में बरेली के तस्कर बहुत प्रसिद्ध है। यहां के तस्कर नेपाल , झारखंड ,छत्तीसगढ़ के साथ कई अन्य जगहों से अफीम खरीदकर लाते है फिर उसे बनाकर भारत के कई राज्यों में तस्करी करते है। आमतौर पर तस्करों के निशाने पर स्कूली छात्र रहते है। तस्करी की दुनिया में बरेली की महिला भी दखल रखती है। यहां की कई महिलाएं स्मैक की तस्करी करते हुए गिरफ्तार हुई है।
जिले में पुलिस ने तस्करों की तोड़ दी कमर
बरेली पुलिस ने हल के दिनों में तस्करों के ऊपर जोरदार कार्रवाई की है | पुलिस ने तस्करों की अवैध सम्पत्ति गिरवाने के साथ उनकी बैंक में जमा करोड़ो रुपयों को भी सीज कराया है। एक जानकारी मुताबिक पुलिस बहेड़ी , फरीदपुर , फतेहगंज पूर्वी , फतेहगंज पश्चिमी के साथ जिले में अन्य कई जगहों पर बीडीए के साथ मिलकर तस्करों पर कार्रवाई की । जिले के चारों रेंज की बात की जाए तो पुलिस ने 500 तस्करों को गिरफ्तार करने के साथ 150 करोड़ रूपए को जमींदोज किया है।