मीरगंज। बरेली के मीरगंज थाना क्षेत्र के एक अस्पताल में दो मुँह के बच्चे के जन्म होने की जानकारी होते ही अस्पताल में बच्चे को देखने के लिए भीड़ उमड़ पड़ी । बताया जाता है नवजात नवजात के एक ही शरीर में दो सिर जुड़े हुए थे। बाद में करीब एक घंटे बाद नवजात बच्चे ने दम तोड़ दिया। इसके बाद पूरे परिवार में कोहराम मच गया। हालांकि परिवार चाहता था कि बच्चा जिन्दा रहे ताकि उसे दिल्ली के किसी सर्जन को दिखाया जाए ताकि उसका जीवन बच सके । मामला मीरगंज थाना क्षेत्र के ग्राम नगरिया सादात का है। यहां के रहने वाले हरीश कुमार पुत्र बाबूराम मीरगंज डीएसएम शुगर मिल में काम करते हैं। लगभग 2 वर्ष पहले हरीश कुमार की शादी बहेड़ी क्षेत्र के गांव रतनगढ़ की रहने वाली सुनीता के साथ हुई थी।
हरीश कुमार को कुछ माह पहले पता चला कि उनकी पत्नी सुनीता जुड़वा बच्चों की मां बनने वाली हैं। जुड़वा बच्चों की बात सुनकर पूरे परिवार में खुशी का माहौल था। शुक्रवार को सुबह तड़के प्रसव पीड़ा होने पर हरीश कुमार अपनी पत्नी सुनीता को लेकर मीरगंज आया जहां से उसे बरेली रेफर कर दिया गया। शुक्रवार को सुबह लगभग 7 बजे सुनीता ने एक अलौकिक बच्चों को जन्म दिया, जिसके दो सिर थे। इस कौतुहल को देखकर परिवार सहित पूरा अस्पताल प्रशासन सन रह गया।
बाद में बच्चे ने एक घंटे तक जिन्दा रहने के बाद लगभग 8 बजे नवजात ने दम तोड़ दिया। परिजन शव को लेकर गांव नगरिया सादात पहुंचे जहां दो सिर वाले बच्चे को देखने के लिए भीड़ उमड़ पड़ी। शहर के बाल रोग विशेषज्ञ पवन गंगवार बताते है कि जब बच्चा बन रहा होता है तब पूरी बोड्डी डिवाइड नहीं हो पाती है। इस कारण इस तरह के बच्चे होते है। एक कारण जेनेटिक भी हो सकता है। इस तरह के बच्चे जिंदा तो रह जाते है पर उनके सामने समस्यांए हमेशा रहती हैं।