बरेली। मौलाना तौकीर रजा के प्रदर्शन के लिए देश की नेशनल मीडिया कवरेज के पहुंची थी तो स्थानीय पत्रकार भी कवरेज के लिए जुमे को सुबह से जुटे थे। अधिकारी अपने मोर्चे पर थे तो छोटे हो या बड़े संस्थान के स्थानीय पत्रकार भी अपनी ड्यूटी को निभा रहे थे। मौलाना तौकीर रजा शुक्रवार को जैसे ही नमाज अदा करने के बाद अपने समर्थकों को संबोधित करने अपने पार्टी के नेता नदीम के घर की ओर बड़े तो मीडिया कर्मी भी भीड़ के साथ मौलाना तौकीर के साथ पीछे पीछे चल पड़े।
धक्कामुक्की के बीच पत्रकार भी मौलाना से बात करने के लिए बेताब थे पर उनकी मौलाना से बात तो उस समय तो नहीं हुई पर पत्रकारों की जेब पर जेबकतरों ने अपना हाथ साफ कर दिया। टीवी चैनल कर्मी मनोज के पर्स को जेबकतरों ने अपना निशाना बनाया , मनोज की पर्स में करीब 7 हजार आसपास रुपये थे साथ मे उनके पर्स में जरूरी कागजात भी थे। वह अपने पर्स को गिरा जानकर ढूंढने की कोशिश में रहे।हालांकि उनका ना तो पर्स मिला ना उनका कोई कागजात , दूसरी और डिजिटल मीडिया में काम करने वाले मनु के पर्स को जेबकतरों ने निशाना बनाया ।
उनके पर्स में भी लगभग चार हजार रुपये के साथ जरूरी कागजात थे वह भी जेबकतरों की हरकत से परेशान दिखे। साथ ही डिजिटल मीडिया का प्लेटफार्म चलाने वाले एक रिपोर्टर का पर्स जेबकतरों ने काट लिया । लेकिन पर्स में रकम कम होने की वजह से रुपये निकालकर जेबकतरे ने पर्स को नाली में डाल दिया। बाद में स्थानीय ने पर्स को नाली में पड़े होने की सूचना के बाद पर्स में रखे डॉक्यूमेंट बरामद हो गए। इस तरह कुल मिलाकर जुमे को जहां सरकारी अमला प्रदर्शन से परेशान रहा वही पत्रकार भी जेबकतरों की हरकत से परेशान दिखाई दिए।