इस बार कृष्ण जन्माष्टमी 19 अगस्त को है। कृष्ण जन्माष्टमी के मौके पर आप मथुरा में मौजूद भगवान कृष्ण के प्रसिद्ध मंदिरों के दर्शन कर सकते हैं। मथुरा भगवान कृष्ण की जन्मभूमि है और यहां कई प्रसिद्ध मंदिर हैं। जानते हैं कि इस कृष्ण जन्माष्टमी आप मथुरा के किन-किन मंदिरों में भगवान कृष्ण के दर्शन कर आशीर्वाद ले सकते हैं।
द्वारकाधीश मंदिर
मथुरा में आप जन्माष्टमी के मौके पर द्वारकाधीश मंदिर जा सकते हैं। इस मंदिर का निर्माण साल 1814 में किया गया था। भगवान कृष्ण का यह भव्य मंदिर यमुना नदी के घाटों के पास स्थित है। आप यहां इस बार जन्माष्टमी मना सकते हैं और राधे-कृष्ण के भजन और कीर्तन में रम सकते हैं।
श्री कृष्ण जन्मस्थान मंदिर
इस जन्माष्टमी आप श्री कृष्ण जन्मस्थान मंदिर जा सकते हैं। यहां आप भगवान कृष्ण के दर्शन कर सकते हैं और जन्माष्टमी महोत्सव मना सकते हैं। इस बार इस मंदिर को जन्माष्टमी के लिए विशेष तौर पर सजाया गया है और यहां गर्भगृह को कंस कारागार का स्वरूप दिया गया है। इस मंदिर को ही भगवान कृष्ण का जन्मस्थान माना जाता है।
श्री जुगल किशोर जी मंदिर
इस जन्माष्टमी आप मथुरा के केशी घाट पर स्थित श्री जुगल किशोर जी मंदिर के दर्शन के लिए जा सकते हैं और यहीं जन्माष्टमी मना सकते हैं। यह मंदिर शहर के पुराने मंदिरों में गिना जाता है। इस मंदिर का निर्माण 1727 में किया गया था। यह मंदिर लाल बलुआ पत्थर से निर्मित है।
बिड़ला मंदिर मथुरा
इस जन्माष्टमी आप मथुरा के बिड़ला मंदिर के दर्शन के लिए जा सकते हैं। यह मंदिर मथुरा जंक्शन से करीब 6.5 किमी दूर है। भगवान लक्ष्मी नारायण को समर्पित इस मंदिर में दर्शन के लिए दूर-दूर से श्रद्धालु आते हैं।
केशव देव मंदिर
इस जन्माष्टमी आप केशव देव मंदिर में भगवान कृष्ण के दर्शन कर सकते हैं और जन्माष्टमी मना सकते हैं। भगवान कृष्ण को समर्पित इस मंदिर में विशेष तौर पर जन्माष्टमी मनाई जाती है।