शाहजहांपुर में बाढ़ के पानी ने ग्रामीणों की बढ़ाई परेशानियां , ग्रामीणों ने रोड़ पर डाली झोपड़ियां

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 यूपी के पीलीभीत जिले के बाद सबसे ज्यादा बाढ़ ने शाहजहांपुर में तबाही मचाई है | कई गांव के लोग बाढ़ से बचने के लिए अपने घर छोड़कर दूसरे जगहों पर शिफ्ट हो गए है या फिर सड़कों पर अस्थाई झोपड़ी डालकर सरकारी मदद का इंतजार कर रहे हैं। शाहजहांपुर का जिला प्रशासन  बाढ़ पीड़ितों को मदद पहुंचाने के लिए हरसंभव कोशिश कर रहा है | इसका ही नतीजा है अधिकारी बाढ़ पीड़ितों के पास पहुंच रहे है और उनकी समस्याओं को भी सुन रहे है | 

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जानकारी के मुताबिक शाहजहांपुर की   जलालाबाद तहसील में रामगंगा नदी में आई भीषण बाढ़  ने तेजी से पानी का फैलाव शुरू कर दिया है। जिसके चलते कसारी, कोलाघाट, नूरपुर, कोठी वाला बाग और महुआ दांडी को पूरी तरीके से  पानी के  आगोश में आ गया है। गांव में पानी भरने से कई मकान प्रभावित हुए है ।  ग्रामीण अपने बच्चों और परिवार को बचाने के लिए लोग नाव के जरिए सुरक्षित जगह पर पहुंच गए है। इसके बाद ग्रामीणों ने सड़क के किनारे अपना स्थाई झोपड़ियां डाल ली हैं।  

 बताया जाता है कि वर्ष 2008 में आई भीषण बाढ़ से इस क्षेत्र में तबाही मचाई थी। इसमें कई लोगों की जान चली गई थी। इस बार भी रामगंगा ने बड़े इलाके में गांव को अपनी चपेट में ले लिया है। जिससे कई घर तबाह हो गए और बहुत बड़े इलाके में फसल बर्बाद हुई है। जिला प्रशासन के अधिकारी लगातार क्षेत्रों का निरीक्षण करके बाढ़ का हालात का जायजा ले रहे हैं। डीएम   इंद्र विक्रम सिंह का कहना है कि सरकारी मदद के लिए सभी जिम्मेदार विभागों को निर्देशित कर दिया गया है। और लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने के लिए बड़े पैमाने पर प्रयास किए जा रहे हैं।शाहजहांपुर में जलालाबाद, तिलहर और सदर तहसील में बाढ़ ने सबसे ज्यादा लोगों को प्रभावित किया है। यहां गर्रा नदी और रामगंगा नदी का पानी आबादी वाले क्षेत्रों में आ रहा है। फिलहाल जिला प्रशासन का कहना है कि जल्द ही बाढ़ प्रभावित लोगों को बाढ़ से राहत मिल जाएगी।

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Author: cradmin

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