बरेली
मौलाना रिजवी ने कहा कि भारत के मुसलमान इस हमले में प्रभावित परिवारों के साथ पूरी हमदर्दी रखते हैं। उन्होंने बताया कि आज जुमे की नमाज में देशभर की मस्जिदों में भारत की एकता, अखंडता और अमन-शांति के लिए विशेष दुआ की गई। उन्होंने अपील की कि देश में भाईचारा और सौहार्द बना रहे।
इस मौके पर उन्होंने कहा, “हमने सिर्फ देश की सुरक्षा और शांति के लिए सामूहिक दुआ करने का ऐलान किया था, काली या सफेद पट्टी बांधने की कोई बात नहीं की। ऐसे प्रतीकों से समाज में गलत संदेश जाता है और सौहार्द बिगड़ सकता है।”
मौलाना ने यह भी स्पष्ट किया कि आतंकवाद का कोई धर्म नहीं होता। इस्लाम शांति और मानवता का धर्म है और कुरान में निर्दोष की हत्या को पूरी इंसानियत की हत्या के समान बताया गया है। उन्होंने कहा कि आतंकवादी इस्लाम के नाम पर कलंक हैं और पूरी दुनिया में इस्लाम को बदनाम कर रहे हैं।
मौलाना रिजवी ने यह भी कहा कि अगर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आतंकवाद के खिलाफ कोई मजबूत योजना बनाते हैं और सुन्नी सूफी बरेलवी उलेमा से सहयोग मांगते हैं, तो वे पूरी तरह तैयार हैं और इसमें सबसे आगे रहेंगे।
