बरेली।

परिजनों के अनुसार वीरेंद्र 27 अक्टूबर की शाम पास के मेले में घूमने गया था, लेकिन उसके बाद वह घर नहीं लौटा। परिवार ने अगले दिन उसकी गुमशुदगी की सूचना पुलिस को दी थी। पुलिस लगातार उसकी तलाश में जुटी थी, तभी रविवार देर रात ग्रामीणों ने शाही-शेरगढ़ रोड के खजुरिया गांव के पास खेत में एक शव देखकर पुलिस को सूचना दी।
पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव की शिनाख्त कराई, जिसमें पुष्टि हुई कि शव वीरेंद्र का ही है। पिता चुन्नीलाल ने भी मौके पर पहुंचकर पहचान की पुष्टि की। शव की स्थिति देखकर आशंका जताई जा रही है कि युवक की हत्या उसी रात की गई थी जब वह लापता हुआ था।
घटनास्थल से कुछ दूरी पर खून के निशान भी पाए गए हैं, जिससे संभावना है कि हत्या कहीं और कर शव को यहां लाकर गाड़ दिया गया। घटना के बाद पूरे गांव में मातम और दहशत का माहौल है।
पुलिस अधिकारी अजय कुमार, सीओ मीरगंज ने बताया कि घटना की जांच की जा रही है। फॉरेंसिक टीम ने साक्ष्य जुटा लिए हैं।पुलिस का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के कारणों की पुष्टि होगी, जिसके आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।



