बरेली के शीशगढ़ कस्बे में बुधवार को पुलिस की वाहन चेकिंग के दौरान उस वक्त हंगामा खड़ा हो गया, जब एक स्थानीय भाजपा नेता के रिश्तेदार की बाइक रोक ली गई। मामला उस समय गरमा गया जब चेकिंग के दौरान चालान की प्रक्रिया शुरू होते ही बाइक सवार ने अपने रिश्तेदार भाजपा नेता को फोन करने की कोशिश की, लेकिन मौके पर मौजूद एक दरोगा ने उसका मोबाइल छीन लिया।
जानकारी मिलते ही भाजपा नेता मौके पर पहुंच गए और पुलिस को जमकर फटकार लगाई। इसके बाद पुलिस ने चालान की प्रक्रिया रोक दी और मामला शांत कराया। भाजपा नेता का आरोप है कि कस्बे की मेन मार्केट में बार-बार हो रही वाहन चेकिंग से आम जनता और व्यापारी वर्ग परेशान है। उन्होंने पुलिस से कहा था कि चेकिंग कस्बे के बाहर की जाए ताकि बाजार की ग्राहकी पर असर न पड़े।
व्यापारियों का भी कहना है कि पुलिस की इस सख्ती से बाजार में ग्राहकों की आवाजाही पर असर पड़ रहा है। लोग छोटे-मोटे सौदे के लिए बाइक से आते हैं और कई बार उन्हें भारी चालान झेलना पड़ता है, जिससे वे आने से बचते हैं।
इस पूरे मामले पर थाना प्रभारी हरेंद्र सिंह ने सफाई देते हुए कहा कि भाजपा नेता के रिश्तेदार की बाइक रोकी गई थी, जिसके कागजों में किसी और का नाम दर्ज था। दोबारा जांच में नाम सही पाए जाने पर बाइक छोड़ दी गई। वहीं नेताजी ने चेकिंग को लेकर कुछ नाराजगी जताई थी।
पुलिस का कहना है कि चेकिंग अभियान यातायात नियमों के पालन को लेकर चलाया जा रहा है।
