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महंगाई पर बरेलियंस की चोट : 10 रु.में जरूरतमंदों को कराते है भरपेट भोजन, जानिए सीता रसोई की यह कहानी,

 

संडे स्पेशल स्टोरी,

यूपी के बरेली में कई जगह ऐसी है जो महंगाई के दौर में कुछ पल के लिए आपके लिए सुकुन दे सकती है।
बरेली में गांधी उद्यान के पास स्थित सीता रसोई नाम की एक संस्था है जो आपको दस रूपये में भरपेट खाना खिलाती है साथ में आपको खाने के साथ मिठाई खिलाकर घर जैसा खाने खिलाने का एहसास दिलाती है। सीता रसोई की यह भी खासियत है कि यहां सभी को दस रुपये में आम हो या खास सबको खाना खिलाया जाता है। यहां प्रतिदिन 500 लोगों को खाना खिलाया जाता है , खाना बनाने में 75 किलो आटा , करीब 50 किलो।चावल को बनाया जाता है। इस सीता रसोई पर खाना खाने वालों में गरीब तबके के साथ कॉम्पटीशन की तैयारी करने वाले छात्र और राहगीर खाना खाना खाने पहुंचते है।

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सीता रसोई को चलाने वाले प्रभात किशोर यह भी बताते है कि यहां सबसे पहले कान्हा जी को भोग लगाया जाता है उसके बाद सभी जरूरतमंदों को खाना वितरित किया जाता है। आज उनके समिति से शहर के 300 लोग जुड़े हुए है जो सीता रसोई को चलाने में मदद करते है। यही नहीं सीता रसोई द्वारा इस वर्ष से बच्चों को स्कूली बच्चों को किताबें , जरूरतमंदों को कपड़ो को बांटा जाता है। समिति के मुताबिक संस्था इस बार करीब 20 लाख कीमत की कॉपी किताबें बांटने के साथ बच्चों के एडमिशन कराने में मदद कर रही है।

फ़ोटो में प्रभात किशोर एवं गौरव कुमार

 

वही प्रभात सीता रसोई शुरू करने के बारे में कहते है कि वह एक बार मथुरा गए थे वहां से जरूरतमंदों को खाना बांटने की प्रेरणा मिली थी । शुरुआत में उन्होंने अपने घर से गरीबों में।खाना बांटने की शुरुआत की थी बाद में सही जगह मिलने पर 500 लोगों को खाना खिलाना शुरू कर दिया। आज उन्हें खुशी है सीता रसोई जरूरतमंद एवं गरीबों को भरपेट खाना खिलाने में मददगार साबित हो रही है।

 

 

सीता रसोई के मैनेजर गौरव ने कहा कि उनकी रसोई दोपहर 12 बजे शुरू होकर 2 बजे तक चलती है। इस रसोई द्वारा 500 लोगों को प्रतिदिन घर जैसा खाना खिलाया जाता है साथ ही जरूरतमंदों को फ्री में हर तरह की किताबें भी देती है। सीता रसोई द्वारा अभी तक 20 लाख कीमत की किताबों को बांट चुका है।हालांकि सीता रसोई के शुरू हुए अभी केवल पांच साल हुए है , लेकिन यह उन लोगों के लिए एक सबक है जो मुनाफा कमाने के नाम पर जरूरत मंदों का शोषण करते है।

 

 

फोटो गैलरी से समझिए सीता रसोई को:

 

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