बरेली : फरीदपुर थाना क्षेत्र के गांव गोविंदपुर में हुआ तिहरा हत्याकांड बिल्कुल फिल्मी सा है। आमतौर पर भारतीय फिल्मों में देखने को मिलता है कि हीरो अपनी मेहनत से अपने शहर या गांव सूरत बदल देता है तब कुछ लोग उसके दुश्मन बन जाते है। ऐसा ही कुछ इस केस में हुआ है। पंजाब से आये एक परिवार ने इस क्षेत्र में जमीन खरीदी और अपने सपने को पूरा करने के लिए जमकर मेहनत की। उनकी प्रयास से ही गांव की बंजर जमीन उपजाऊ बन सकी। हालांकि चर्चा इस बात की भी है कि पंजाब से आये परमवीर सिंह ने गोविंदपुर में एक हजार बीघा जमीन खरीदकर अपना झाला बनाया था इसी झाले में 200 बीघा जमीन को लेकर विवाद था , जिस पर परमवीर ने गन्ने की फसल लहलहाई रही थी। लेकिन इसी दो सौ बीघा जमीन पर सुरेश तोमर (प्रधान ) अपना हक जताता था। इसी बात विवाद की वजह बनी जिसमें बुधवार शाम को बड़ी घटना हो गई। घटना में परमवीर गुट के परविंदर सिंह सुर देवेंद्र सिंह की गोली लगने से मौत हो गई जबकि सुरेश गुट का गुल मोहम्मद उर्फ़ गोलू की गोली लगने से मौत हो गई।
स्टीमर से पहुंचा था सुरेश अपने हथियारबंद साथियों के साथ
जिस जमीन पर परमवीर गुट के लोग गन्ने की फसल काट रहे थे तभी सुरेश तोमर घटनास्थल पर अपने 25 हथियारबंद साथियों के साथ पहुंचा था तभी दोनों पक्षों में तकरार होने के बाद फायरिंग शुरू हो गई थी। घटना की जानकारी होते ही क्षेत्र में हड़कंप मच गया था। पुलिस के मुताबिक परविंदर और देवेंद्र सिंह मूल रूप से पंजाब के रहने वाले थे। दोनों गोविंदपुर में रहकर परमवीर के झाले पर काम किया करते थे। काफी समय से दोनों गुटों में थी जमीन को लेकर तकरार क्षेत्र के जानकार बताते है परमवीर और हिस्ट्रीशीटर सुरेश तोमर के बीच जमीन को लेकर काफी समय से अदावत चल रही थी। इसमें से एक गुट लगातार दूसरे गुट की शासनस्तर तक शिकायत कर रहा था। लेकिन बीते दिन यह नाराजगी खूनी संघर्ष में बदल गई और अंजाम हुआ कि फरीदपुर क्षेत्र की रामगंगा कटरी एक बार तीन हत्याओं से दहल गया।
घटना के बाद से सुरेश के राजनेताओं के साथ फोटो हुए वायरल
फरीदपुर में घटना के बाद से सुरेश तोमर के राजनेताओं के साथ फोटो राजनेताओं के साथ वायरल होने लगे , जिससे यह साफ हो गया कि सुरेश तोमर राजनीति से जुड़े लोगों से अच्छे सम्बन्ध है। बताया यह भी जा रहा है कि सुरेश बदायूं की बिल्सी सीट से विधानसभा चुनाव भी लड़ चुका है। सुरेश का जमीनों की खरीद फरोख्त से जुड़े काम होने की चर्चा है। वही पंजाब के रहने वाले परमवीर ने भी क्षेत्र में जमीनें खरीदकर सुरेश तोमर से सीधे तौर पर दुश्मनी ली थी। पिछले 20 सालों से सुरेश तोमर ने बदायूं जिले को अपना स्थाई घर बना लिया था।
परमवीर की संस्था बंजर भूमि को उपजाऊ बनाने में एक्सपर्ट
स्थानीय खबरों के मुताबिक सरदार परमवीर एक प्रगतिशील किसान है। उन्होंने अपने अनुभव बांटने के लिए भमोरा थाना क्षेत्र के त्रिकुनिया से कुछ ही दूरी पर सच की खोज नाम से एक अकादमी खोली है , जहां पंजाब , हरियाणा सहित देश विदेशों से कृषि ज्ञान लेने के सिख समुदाय के लोग पहुंचते है। वही परमवीर के जानकार यह भी बताते है कि उनके प्रयास से क्षेत्र में बंजर भूमि को उपजाऊ भूमि में बदलने में मदद मिल रही है।
सुरेश तोमर की गिरफ्तारी के लिए कई टीम गठित
फरीदपुर में ट्रिपल हत्याकांड होने के बाद से पुलिस के सामने खुलासे का सबसे बड़ा दबाव होगा । जानकारी के मुताबिक जिले में सुरेश तोमर की गिरफ्तारी के कई टीमें बनाई गई है। यह टीमें लगातार सुरेश तोमर के गिरफ्तारी के लिए जगह जगह दबिश दे रही है। हालांकि इस कांड का खुलासा जल्द नहीं होने की स्थिति में राजनीति रंग ले सकता है।
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