बहेड़ी, बरेली: दहेज प्रताड़ना और तीन तलाक का एक गंभीर मामला सामने आया है, जिसमें पीड़िता ने स्थानीय पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए एडीजी से न्याय की गुहार लगाई है।
पीड़िता सीमा ने बताया कि उसका विवाह वर्ष 2010 में हुआ था। विवाह के कुछ ही समय बाद से पति, सास, जेठ, ननद और नंदोई उस पर दहेज लाने का दबाव बनाने लगे। सीमा के अनुसार, उसके भाइयों ने कई बार ससुरालवालों को पैसे दिए ताकि उसका वैवाहिक जीवन ठीक बना रहे।
लेकिन इसके बावजूद 3 अक्टूबर 2024 को गर्भावस्था की हालत में उसे ससुराल से निकाल दिया गया और उसके पति ने घर के बाहर ही तीन तलाक देकर उसे त्याग दिया।
सीमा ने आरोप लगाया कि गर्भावस्था के दौरान उसे मायके में परिवार और रिश्तेदारों की मदद से इलाज करवाना पड़ा, और 25 फरवरी 2025 को उसने एक बेटे को जन्म दिया। इसके बाद 16 मार्च को उसका पति मायके आया और गाली-गलौज व मारपीट कर उसके बड़े बेटे मोहम्मद जैद को जबरन अपने साथ ले गया।
पीड़िता ने यह भी आरोप लगाया कि उसके पति ने पहले भी एक महिला से विवाह कर तलाक दिया था और सीमा से शादी करते समय खुद को अविवाहित बताया था। अब वह अपनी पहली पत्नी के साथ रह रहा है।
सीमा का कहना है कि स्थानीय थाने में शिकायत के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं की गई, जिसके चलते उसने एडीजी से मामले की लिखित शिकायत कर न्याय की मांग की है।
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