बरेली।
कार्यक्रम में मुख्य वक्ता पश्चिमी उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष शेर अली जाफरी ने कहा कि किसान दिन-रात मेहनत करता है, फिर भी गरीब और मजबूर है। इसका सबसे बड़ा कारण यह है कि किसान अपनी बात सही मंच तक नहीं पहुंचा पाता। उन्होंने कहा कि सरकार किसानों की तरक्की के लिए नीतियां तो बनाती है, लेकिन कुछ अधिकारी अपने कर्तव्यों का सही तरीके से पालन नहीं करते। उल्टा वे किसानों का शोषण कर रहे हैं। किसानों को चाहिए कि वे किसान एकता संघ के साथ खड़े हों। किसान एकता संघ उनके अधिकारों की लड़ाई पूरी मजबूती से लड़ेगा।
इस मौके पर किसान नेता डॉ. रवि नागर ने कहा कि देश की 80 प्रतिशत आबादी किसान है, फिर भी आज किसान अपने अधिकारों से वंचित है। जागरूकता की कमी के कारण किसान अपनी हक की लड़ाई नहीं लड़ पाता। उन्होंने कहा कि किसानों को उनकी फसल का वाजिब दाम नहीं मिल पा रहा है। क्रय केंद्रों पर धान की तौल में अनियमितता और बिचौलियों का दबदबा बना हुआ है। किसान दो-दो दिन लाइन में लगकर थक जाते हैं और अंततः बिचौलियों को सस्ते में फसल बेचने को मजबूर हो जाते हैं।
कार्यक्रम का संचालन युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष पंडित राजेश शर्मा ने किया। उन्होंने संगठन में शामिल हुए पदाधिकारियों को सदस्यता दिलाई।
जागरूक चौपाल में मंडल अध्यक्ष बोहरन लाल गुर्जर, जिला मीडिया प्रभारी संजय पाठक, तहसील सचिव वीरेश भगत, फैसल, पप्पू भाई, फिरासत अली, राजकुमार मौर्य, शहादत खान, ओमवीर शाक्य सहित बड़ी संख्या में किसान उपस्थित रहे।




