सिरौली। मार्च का महीना शुरू होते ही मौसम करवट ले रहा है। शुक्रवार की रात से ही रुक-रुक कर होने वाली बरसात और तेज हवाओं के चलते अन्नदाताओं की फसलें गिरकर चौपट हो गई। जिससे अन्नदाता बेहद परेशान हो गए और चेहरों पर मायूसी छा गई है। गांव सोना के रहने वाले सौरभ पांडे ने बताया कि तेज हवाओं के चलते और बारिश के चलते 150 बीघा गेहूं जमीन पर गिरकर खराब हुई है। जिससे उनका बेहद नुकसान हुआ है। गांव बिशनपुरी के रहने वाले योगेश कुमार ठाकुर ने बताया कि 7 बीघा सरसों बारिश और आंधी से जमीन पर गिरकर चौपट हो गया।
नगर सिरौली के रहने वाले जगदीश मौर्य के साथ भी का गेहूं की फसल बारिश और आंधी से जमीन पर बिछ गई। और वही बबलू पांडे की 20 बीघा सरसों की फसल जमीन पर गिर गई। यशवीर सिंह 16 बीघा गेहूं फसल जमीन पर गिर गई। तथा राकेश पांडे 25 बीघा गेहूं फसल गिरी है। सोना के जानकी प्रसाद की 20 बीघा आलू की फसल में उन्होंने एक दिन पूर्व पानी लगाया था। बारिश होने की वजह से आलू की फसल सड़ने की कगार पर है। जिससे जानकी प्रसाद के चेहरे पर बेहद मायूसी दिखाई दे रही है। इस बार दो बार हुई बे मौसम बरसात से अन्नदाताओं की फसलों पर गहरा प्रभाव पड़ा है जिसके चलते अन्नदाता मायूस हैं। किसानों का कहना है कि सरकार द्वारा उनको मुआवजा दिया जाए जिससे उनको राहत मिल सके।
