तेजी बच्चन के झुमके ने बरेली को दी नई पहचान , निरंकार सेवक थे हरिवंश और तेजी के कहानी के हीरो,

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क्या कहती है निरंकार देव सेवक की पुत्रबधु पूनम सेवक

साहित्कार निरंकार देव सेवक की पुत्रवधु पूनम सेवक बताती है कि हरिवंश राय बच्चन बरेली आया करते थे | पूनम सेवक यह भी बताती है कि उन दिनों तेजी सूरी अपनी एक सहेली के साथ बरेली में आयोजित एक कार्यक्रम में आई थी | इसी दौरान कार्यक्रम के बाद आदित्य प्रकाश जौहरी और निरंकार देव में यह बात चली की तेजी और हरिवंश की शादी हो जाए तो अच्छा रहेगा , लेकिन दोनों ने इस बात का जबाव नहीं दिया बाद में दोनों को निरंकार सेवक जी घर दोनों को अकेले में छोड़ दिया गया इसके बाद दोनों ने शादी की हामी भर दी | इसके बाद यह शादी किसी और जगह हुई | पूनम जी यह भी बताती है कि आदित्य प्रकाश जौहरी या किसी अन्य के घर के हो रहे कार्यक्रम में तेजी बच्चन अपनी सहेली के साथ घूमने गई थी इसी दौरान तेजी की एक झुमकी बाजार में गिर गई | इसके बाद एक गाना बना और बरेली की झुमका चर्चा में आ गया |

बरेली के सर्राफ बाजार में तैयार होता है झुमका

बरेली के प्रसिद्ध सर्राफ व्यापारी अनिल मराठा बताते है कि बरेली की झुमकी हल्की और बड़े आकार में होती है इसलिए लोग बरेली की झुमकी ज्यादा पहनना पसंद करते है और इनका निर्माण भी बरेली में होता है | देश के अन्य जगहों की बनी झुमकी बजन में काफी भारी होती है |

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Author: newsvoxindia

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