बरेलीः एसआरएमएस मेडिकल कालेज में गुरुवार (24 अक्टूबर 2024) को एमबीबीएस 2024 बैच के विद्यार्थियों को चिकित्सकीय पेशे के प्रतीक सफेद कोट को पहनाकर महर्षि चरक की शपथ दिलाई गई। ह्वाइट कोट सेरेमनी में प्रिंसिपल एयरमार्शल (सेवानिवृत्त) डा.एमएस बुटोला ने शपथ दिलाई और इसका सम्मान करने का संदेश दिया। इस मौके पर टैलेंट हंट की विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजेता विद्यार्थियों को भी ट्राफी और सर्टिफिकेट प्रदान किए गए।
एसआरएमएस ट्रस्ट के चेयरमैन देवमूर्ति जी ने कहाकि नीट पास होना और डाक्टर बनना दोनों अलग चुनौतियां हैं। डाक्टर बनने का आपका अध्याय आज से शुरू हो रहा है। साढ़े पांच साल के इस अध्याय में तमाम चुनौतियां और मुश्किलें आएंगी। इनका सामना कर और इन पर विजय हासिल कर आप सफल डाक्टर बनेंगे। उन्होंने कहाकि भले आप पीजी करें या अपना चिकित्सकीय पेशा आरंभ करें। इस पेशे के प्रति शिद्दत से की गई आपकी मुहब्बत आपको सफल चिकित्सक बनाएगी और सफलता दिलाएगी।
आज ली गई महर्षि चरक की शपथ आप जिंदगी भर याद रखें। इसे याद रखने से मरीज का इलाज करते वक्त आप कोई भी गलती नहीं करेंगे। इससे मरीजों में आपके प्रति विश्वास पैदा होगा। देव मूर्ति जी ने चिकित्सकीय पेशे में सफलता के लिए विद्यार्थियों को टिप्स दिए। उन्होंने कहा कि अपने पुराने कपड़ों, पुराने दोस्तों और बुजुर्ग माता पिता को नजरअंदाज न करें। इनकी अनदेखी ठीक नहीं। हमेशा दयालू बने रहें, नकारात्मक सोच और अहंकार से दूर रहें। कभी अहम न पालें कि आपके बिना दुनिया में कोई काम रुक जाएगा।
खुद के सिवाय आप किसी के लिए भी इतने महत्वपूर्ण नहीं। कोई तनाव न पालें और जिंदगी से प्यार करें। हमेशा एक्शन में रहें। देवमूर्ति जी ने सभी विद्यार्थियों को अपने माता पिता का सम्मान करने के साथ ही सभी वरिष्ठों के सम्मान का संदेश दिया। उन्होंने एमबीबीएस के एक बच्चे की पूरी फीस मांफ करने की भी घोषणा की। कहा कि पूरे कोर्स की फीस के 82 लाख रुपये ट्रस्ट की ओर से दिए जाएंगे। इसके साथ ही टाप करने पर दो लाख रुपये और भी हासिल करने का मौका सभी के पास है। इसके लिए अभी से जुट जाएं और मेहनत से पढ़ाई पर ध्यान दें।
एसआरएमएस मेडिकल कालेज के डायरेक्टर एडमिनिस्ट्रेशन आदित्य मूर्ति जी ने नए विद्यार्थियों का स्वागत किया और कहा कि अब आप एसआरएमएस परिवार के सदस्य हैं। अब आपके नाम के साथ एसआरएमएस का नाम हमेशा के लिए जुड़ गया है। भविष्य में आप जहां भी जाएंगे आपको अपनी मातृसंस्था के नाम से पहचाना जाएगा। इस समय का आनंद उठाएं। दोस्त बनाएं और दोस्ती जिम्मेदारी से निभाएं। दूसरों को सम्मान दें और खुद भी सम्मान पाएं। आप दूसरों को जितनी खुशी देंगे आपको अपनी खुशी मिलती जाएगी।
इससे पहले एसआरएमएस मेडिकल कालेज के आडिटोयिरम में आयोजित ह्वाइट कोट सेरेमनी में प्रिंसिपल डा. बुटोला ने सभी नए विद्यार्थियों का मानवतापूर्ण पेशे में स्वागत किया। ह्वाइट कोट सेरेमनी की वजह बताई। उन्होंने कहा कि इस पेशे का प्रतीक सफेद कोट अब आपकी स्किन से कम नहीं। इसके सम्मान के साथ ही इससे जुड़े सभी लोगों का सम्मान करें। यह सफेद कोट ही आपको कामयाबी और सम्मान दिलाएगा। मेहनत और समर्पण आपकी कामयाबी को आसान बनाएगी।
अंत में डीन यूजी डा.बिंदु गर्ग ने सभी का आभार जताया। इस मौके पर डिप्टी मेडिकल सुपरिटेंडेंट डा.सीएम चतुर्वेदी, डीन पीजी डा.रोहित शर्मा, डीएसडब्ल्यू डा.क्रांति कुमार, इंजीनियर सुभाष मेहरा, डा.पियूष अग्रवाल, डा.राजीव टंडन, डा.नीलिमा मेहरोत्रा, डा.स्मिता गुप्ता, डा.तनु अग्रवाल, डा.मुथु महेश्वरी, डा.अनुज कुमार, डा.आरती गुप्ता और सभी विभागाध्यक्ष मौजूद रहे। कार्यक्रम का संचालन राधिका गुप्ता, दीक्षा अग्रवाल, नैंसी अग्रवाल और प्रिया कुमारी ने किया।