राजस्थान के झालावाड़ जिले के पीपलोदी गांव स्थित एक सरकारी स्कूल में शुक्रवार सुबह बड़ा हादसा हो गया। प्रार्थना सभा के दौरान स्कूल की छठी और सातवीं कक्षा की छत अचानक भरभरा कर ढह गई, जिससे सात छात्रों की मौके पर मौत हो गई और 28 अन्य घायल हो गए। घायलों में कई की हालत गंभीर बताई जा रही है। यह घटना सुबह करीब 7:45 बजे हुई जब बच्चे रोज़ की तरह प्रार्थना के लिए एकत्र हो रहे थे।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार हादसे के तुरंत बाद ग्रामीण, शिक्षक और अभिभावक दौड़कर मौके पर पहुंचे और मलबे से बच्चों को निकालने लगे। सूचना मिलने पर पुलिस व राहत दल भी पहुंचे। मृतकों में पांच बच्चों की पहचान की जा चुकी है, जबकि घायलों को झालावाड़ जिला अस्पताल और मनोहरथाना स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया है।
गांव के लोगों ने बताया कि इस स्कूल भवन की जर्जर हालत के बारे में उन्होंने पहले ही स्थानीय प्रशासन को सूचित किया था। एक ग्रामीण ने प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा कि अगर समय पर मरम्मत करवाई गई होती, तो यह हादसा टल सकता था।
हालांकि, झालावाड़ के जिला कलेक्टर अजय सिंह ने दावा किया कि उक्त भवन की जर्जरता की जानकारी शिक्षा विभाग की सूची में दर्ज नहीं थी। उन्होंने जांच के आदेश दिए हैं और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की बात कही है।
राज्य के शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने उच्च स्तरीय जांच की घोषणा करते हुए अधिकारियों को मौके पर पहुंचने और घायलों के इलाज की निगरानी के निर्देश दिए हैं।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा समेत कई नेताओं ने हादसे पर गहरा शोक जताया है।
