बरेली के आवला क्षेत्र में समाजवादी पार्टी द्वारा “पिछड़ा, दलित, अल्पसंख्यक” (पीडीए) वर्ग के सम्मान और अधिकारों की रक्षा के लिए एक विशाल महापंचायत का आयोजन किया गया। इस महापंचायत का संयोजन वरिष्ठ सपा नेता डॉ. जीराज यादव ने किया, जिसमें बड़ी संख्या में कार्यकर्ता, किसान, बुद्धिजीवी, महिलाएं और युवा शामिल हुए।
महापंचायत की अध्यक्षता करते हुए सपा जिलाध्यक्ष शिवचरन कश्यप ने कहा कि पीडीए वर्ग ही देश की असली ताकत है, जिसे भाजपा सरकार ने लगातार शोषित किया है। अब समय है कि यह वर्ग एकजुट होकर भाजपा की जनविरोधी नीतियों का जवाब दे।
मुख्य वक्ता सपा विधायक अताउर्रहमान ने कहा कि पीडीए कोई चुनावी नारा नहीं बल्कि संविधान की आत्मा है। उन्होंने कहा कि सामाजिक न्याय तभी संभव है जब वंचित वर्गों को सत्ता में भागीदारी मिले और समाजवादी पार्टी ही इस विचारधारा को मजबूती से आगे बढ़ा रही है।
इस अवसर पर सांसद नीरज मौर्य ने कहा कि यह पंचायत गांव, खेत और गलियों की सच्चाई से उपजी है। हमारी लड़ाई सत्ता में बराबरी की है, न कि कॉरपोरेट के बोर्डरूम में। महिला सभा की राष्ट्रीय अध्यक्ष जूही सिंह ने कहा कि समाजवादी पार्टी ने महिलाओं को नेतृत्व में स्थान दिया है और 2027 में सपा की सरकार बनने का दावा किया।
राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ. नेहा यादव ने पीडीए आंदोलन को संविधान की आत्मा की रक्षा की लड़ाई बताया। आयोजन के अंत में संयोजक डॉ. जीराज यादव ने कहा कि अब वक्त आ गया है कि मेहनतकश वर्ग को उसका हक दिलाया जाए। कार्यक्रम का संचालन इंजीनियर सत्येंद्र यादव ने किया। पंचायत में हजारों कार्यकर्ता और महिलाएं मौजूद रहीं।
