बरेली। समाजवादी पार्टी ने वीरांगना फूलन देवी की पुण्यतिथि पर सुभाष नगर स्थित श्री रामलीला स्थल पर श्रद्धांजलि सभा आयोजित कर उन्हें याद किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता सपा महानगर अध्यक्ष शमीम खाँ सुल्तानी ने की, जबकि संचालन महासचिव पंडित दीपक शर्मा ने किया।
शमीम सुल्तानी ने कहा कि फूलन देवी सामंतवाद और जातिवाद के खिलाफ लड़ने वाली मर्दानी थीं। उन्होंने अन्याय और शोषण के खिलाफ विद्रोह कर गरीबों की आवाज बनीं। जिलाध्यक्ष शिवचरन कश्यप ने उनके जीवन संघर्ष पर प्रकाश डालते हुए बताया कि किस तरह उन्होंने बचपन से ही अन्याय के खिलाफ संघर्ष किया और अंततः चंबल की ओर रुख कर सामाजिक क्रांति का प्रतीक बन गईं।
कार्यक्रम में बताया गया कि फूलन देवी ने न केवल अपने ऊपर हुए अत्याचारों का बदला लिया, बल्कि दलितों और वंचितों के अधिकारों के लिए भी आवाज उठाई। 1996 और 1999 में सपा से सांसद बनीं और संसद तक पहुँचीं। संयोजक समयुन खान ने कहा कि मुलायम सिंह यादव ने उनकी रिहाई कर उन्हें राजनीति में लाकर वंचितों की आवाज बनाया।
डॉ. अनीस बेग ने कहा कि फूलन देवी आज भी सामाजिक न्याय की प्रतीक हैं। टाइम मैगजीन ने उन्हें दुनिया की शीर्ष महिला विद्रोहियों में स्थान दिया।
इस अवसर पर बड़ी संख्या में सपा पदाधिकारी, कार्यकर्ता व समाजसेवी मौजूद रहे। कार्यक्रम में वक्ताओं ने फूलन देवी को समाज की सच्ची नायिका बताया, जिन्होंने गरीबों, दलितों और महिलाओं के अधिकारों की लड़ाई लड़ी।
