स्पेशल रिपोर्ट ।।सोशल मीडिया की लत एक बीमारी , बरेली में सोशल मीडिया से जुड़ी इन दो घटनाओं ने पकड़ी है चर्चा।

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बरेली।माननीय कर्नाटक हाईकोर्ट की सोशल मीडिया पर की टिप्पणी  इस समय देश में बेहद चर्चा में है। दरसल कर्नाटक हाईकोर्ट ने सोशल मीडिया पर टिप्पणी  करते हुए कहा है कि बच्चे सोशल मीडिया के आदी होते जा रहे है इसे प्रतिबंधित कर दिया जाए तो बहुत अच्छा रहेगा। अदालत ने अपनी बात के पक्ष में यह भी कहा कि यह सही होगा कि शराब पीने के कानूनी उम्र की तरह सोशल मीडिया पर सोशल मीडिया के उपयोग करने की भी उम्र तय कर देना चाहिए।

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जानकारी के मुताबिक जस्टिस जी नरेंद्र और जस्टिस विजयकुमार ए पाटिल की खंडपीठ ने एकल जज के  आदेश को चुनौती देने वाले एक्स कॉप की अपील पर यह टिप्पणी की थी।अदालत ने अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए यह भी कहा था कि ना सिर्फ सोशल मीडिया से बल्कि इंटरनेट से ऐसे कंटेंट हटाये जाना चाहिए जो मन को भृष्ट करते हो।

सोशल मीडिया के चलते पढ़ने लिखने वाले किशोर बन गए अपराधी

बरेली जिले में साइबर क्राइम से जुड़े मामलों में तो तेजी आई है। लेकिन इन मामलों में बच्चों से जुड़े मामले भी सामने आ गए है। जो यह बताने को काफी है कि कम उम्र में किशोर सोशल मीडिया से  कितने ज्यादा प्रभावित हो रहे हैं।और अपना ज्यादा से ज्यादा समय सोशल मीडिया पर बिताते हैं।

 

 

पहला केस : शीशगढ़ थाना क्षेत्र में एक ऐसा मामला सामने आया जहां दो नाबालिग  दोस्तों ने सोशल मीडिया पर एक दूसरे के धर्म पर आपत्तिजनक टिप्पणी कर दी , जिससे क्षेत्र में तनाव फैल गया। लोग एक पक्ष के घर और थाने पर इकट्ठे हो गए और वबाल काटने लगे। पुलिस प्रसासन को स्थिति संभालने के लिए भारी संख्या में पुलिस बल को तैनात करना पड़ा। वही पुलिस ने इस केस में चार  नाबालिगों को गिरफ्तार करने के साथ 500 से अधिक अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करना पड़ा था। इस मामले का असर खासतौर पर ताउम्र उन कम उम्र के किशोरों पर रहेगा जो अपने ऊपर दर्ज हुए मुकदमें के चलते कई सरकारी कामों को अपनी भागीदारी नहीं कर पाएंगे।

 

दूसरा केस : फतेहगंज पूर्वी के रहने वाले एक बच्चे ने राम जानकी मंदिर में बम रखा होने की खबर से बरेली पुलिस की नींद उड़ा दी थी। पुलिस ने मामले की जांच की तो पता चला कि सिम की लोकेशन इटौरिया गांव की है। इसके बाद पुलिस ने एक युवक और एक बच्चे को हिरासत में ले लिया। पुलिस ने पूछताछ की तो पता चला कि बच्चे ने यूट्यूब पर वीडियो देखने के बाद उसने अफवाह फैलाने के मकसद से पुलिस को सूचना दी थी। हालांकि फोनकर्ता ने मंदिर के लोकेशन को नहीं बताया था।थाना प्रभारी ने बताया कि आरोपियों से पूछताछ करने के बाद दोनों को छोड़ दिया गया है।

 

 

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Author: newsvoxindia

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