बरेली।जिला एवं महानगर कांग्रेस कमेटी द्वारा प्रेमनगर धर्मकांटा स्थित पिछड़ा वर्ग कार्यालय में भारत रत्न पंडित मदन मोहन मालवीय की जयंती, स्वतंत्रता सेनानी एवं भारत रत्न चक्रवर्ती राजगोपालचारी की पुण्यतिथि तथा महाराज बिजली पासी की जयंती श्रद्धा और सम्मान के साथ मनाई गई। कार्यक्रम के अंतर्गत सभी महापुरुषों के चित्रों पर पुष्पांजलि अर्पित कर एक विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया, जिसकी अध्यक्षता महानगर कांग्रेस अध्यक्ष दिनेश दद्दा ने की।

गोष्ठी को संबोधित करते हुए महानगर अध्यक्ष दिनेश दद्दा ने कहा कि पंडित मदन मोहन मालवीय जैसे महान समाज सुधारक का जन्म इस देश के लिए ईश्वर का वरदान है। उन्होंने काशी हिंदू विश्वविद्यालय की स्थापना कर शिक्षा के क्षेत्र में ऐतिहासिक योगदान दिया और राष्ट्र को एक ऐसी अमूल्य धरोहर सौंपी, जिसकी प्रतिष्ठा आज पूरे विश्व में है। उन्होंने कहा कि प्रत्येक नागरिक का कर्तव्य है कि वह महामना मालवीय द्वारा बताए गए समाज सुधार, शिक्षा और नैतिक मूल्यों के मार्ग पर चले। साथ ही उन्होंने चक्रवर्ती राजगोपालचारी के जीवन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि वे भारत के प्रथम गवर्नर जनरल रहे और उनके जैसा दूरदर्शी, ईमानदार व सिद्धांतवादी नेता आज के समय में मिलना अत्यंत कठिन है।
गोष्ठी में पूर्व विधायक छोटे लाल गंगवार ने कहा कि पंडित मदन मोहन मालवीय द्वारा दिया गया महान नारा “सत्यमेव जयते” हमारे जीवन का मूल मंत्र होना चाहिए, क्योंकि अंततः सत्य की ही विजय होती है। उन्होंने कहा कि आज समाज को सत्य, नैतिकता और ईमानदारी के मार्ग पर चलने की सबसे अधिक आवश्यकता है।
कार्यक्रम में पंडित राज शर्मा ने कहा कि यह गर्व का विषय है कि पंडित मदन मोहन मालवीय भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के कई बार अध्यक्ष रहे। उन्होंने गिरमिटिया मजदूरी प्रथा समाप्त कराने और हिंदू–मुस्लिम एकता को सुदृढ़ करने में ऐतिहासिक भूमिका निभाई, इसी कारण राष्ट्रकवि रवींद्रनाथ टैगोर ने उन्हें “महामना” की उपाधि दी। महाराज बिजली पासी के जीवन पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने बताया कि वे 12वीं सदी के शक्तिशाली शासक थे और अवध क्षेत्र में कई किलों की स्थापना का श्रेय उन्हें जाता है, जिनकी स्मृति आज भी दलित आंदोलन के माध्यम से जीवंत है।
गोष्ठी के अंत में सभी उपस्थित कांग्रेसजनों ने पंडित मदन मोहन मालवीय के विचारों को आत्मसात करने और उनके बताए मार्ग पर चलने का संकल्प लिया। कार्यक्रम में मुख्य रूप से पंडित राज शर्मा, अनिल देव शर्मा, रमेश श्रीवास्तव, रतन जायसवाल, पंकज उपाध्याय, विनोद कुमार, सतीश चंद्रा, हरिओम शाक्य, धर्मपाल गंगवार, महेंद्र पाल गंगवार, सुरेंद्र पाल गंगवार, कमरुद्दीन सैफी, साजिद अब्बासी, घनश्याम, देवेंद्र प्रकाश श्रीवास्तव, मोहम्मद जकी, मनोज कुमार घोष, प्रवीण कुमार मिश्रा, सुरेश दिवाकर सहित अनेक कांग्रेस कार्यकर्ता उपस्थित रहे।




