आंवला। माहेश्वरी वंशोत्पत्ति दिवस महेश नवमी के शुभ अवसर पर माहेश्वरी सभा आंवला द्वारा रामनगर रोड माहेश्वरी पैलेस में माहेश्वरी समाज द्वारा समाज के सभी मेधावी छात्र छात्राओं को पुरुस्कृत , बच्चों के द्वारा आयोजित नृत्य , कविता पाठ , लकी ड्रा का आयोजन ,समाज के एकात्म भाव के जागरण का संदेश व वरिष्ठ नागरिकों का सम्मान किया गया । कार्यक्रम में लगभग 300 परिवारों के सदस्यों ने भाग लिया कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण कवि सम्मेलन रहा। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि वैध कृष्ण कुमार माहेश्वरी, विशिष्ट अतिथि सुभाष चन्द्र माहेश्वरी, राघवेंद्र माहेश्वरी व गोपाल कृष्ण माहेश्वरी रहे।
कवि सम्मेलन में मंच संचालन का करते हुए प्रख्यात कवि रोहित राकेश ने कहा आंखें जो दो थी उन्हें भी तो चार कर गए, कमबख्त अपने दिल का भी व्यापार कर गए।
कवियत्री रुचि गुप्ता जैन ने कहा नैनो पे भी पहरे लगा दो कि ये दिल का पता देतें हैं, तुम रहते हो यहाँ सबको बता देतें हैं |कवियत्री उन्नति शर्मा ने कहा मगर इतना करो वादा हृदय के तार ना टूटें तेरा घर द्वार ना रूठे मेरे मां बाप ना छूटें गीतकार कमल सक्सेना ने कहा
आया जो कोई गैर तो कलियाँ मसल गया। फिर से वो जिंदगी का रास्ता बदल गया।
ये तेरा भाग्य था कि तुझे चोट ही मिली, ये मेरा भाग्य हे कि मैं गिरकर. सम्भल गया।
माहेश्वरी सभा आंवला के अध्यक्ष योगेश माहेश्वरी, महामंत्री प्रवीन माहेश्वरी कोषाध्यक योगेंद्र माहेश्वरी , मनोज, संजीव एवं समस्त माहेश्वरी समाज के बन्धु सपरिवार उपस्थित रहें।
