यूपी की बरेली पुलिस ने मादक पदार्थों की तस्करी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश करते हुए 2 किलो हाईग्रेड अफीम के साथ तीन तस्करों को गिरफ्तार किया है। थाना बारादरी, एसओजी और सर्विलांस टीम की इस संयुक्त कार्रवाई में अफीम के साथ पकड़े गए माल की कीमत अंतरराष्ट्रीय बाजार में करीब 40 लाख रुपये आंकी गई है।
गिरफ्तार अभियुक्तों में कृष्ण कुमार उर्फ आशू निवासी मिलक मझरा, तेजपाल निवासी ग्राम खुर्द फरीदपुर और ताराचंद्र निवासी ताल गौटिया फरीदपुर शामिल हैं। पूछताछ में उन्होंने बताया कि वे अफीम झारखंड से मंगवाते थे, जिसे एक ‘राहुल’ नामक सप्लायर अलग-अलग ट्रेनों से भेजता था। इस बार वह किसान एक्सप्रेस से बरेली पहुंचा, जहां तीनों आरोपियों ने रेलवे स्टेशन पर उससे माल लिया और नगद भुगतान कर दिया।
यह अफीम सीधे पंजाब नहीं भेजी जाती थी। पहले इसमें कॉम्प्लान, धूपबत्ती और पावर पाउडर मिलाकर मात्रा बढ़ाई जाती थी, जिससे तीन किलो से अधिक माल तैयार हो सके। इसके बाद यह माल किराना सामान के साथ एक ट्रक में छिपाकर लुधियाना भेजा जाता था। ट्रक वही था जो ताराचंद्र चलाता था और जो बरेली की एक किराना कंपनी का था। ट्रक में माल छिपाकर भेजने से किसी को शक नहीं होता और ट्रक मालिक को भी इसकी जानकारी नहीं रहती थी।
आरोपियों ने बताया कि लुधियाना में हाईवे पर स्थित “वाहे दा गुरु ढाबा” उनका तय प्वाइंट होता था, जहां एक व्यक्ति उनसे माल लेता और उन्हें कैश भुगतान करता था। तस्करों ने यह भी स्वीकार किया है कि वे पहले भी कई बार इसी रूट से अफीम की खेप पहुंचा चुके हैं। पुलिस को झारखंड स्थित सप्लायर का मोबाइल नंबर मिल गया है और उसके खिलाफ कार्रवाई जारी है।
गिरफ्तारी के दौरान पुलिस ने 2 किलो अफीम, दो मोबाइल फोन और ₹3910 नकद बरामद किया। तीनों आरोपियों के खिलाफ थाना बारादरी में एनडीपीएस एक्ट की धारा 8/18 के तहत मुकदमा दर्ज कर उन्हें जेल भेज दिया गया है। एसपी सिटी मानुष पारीक ने बताया कि पुलिस ने 40 लाख कीमत की हाइब्रिड अफीम को बरामद करके तीन तस्करों को गिरफ्तार किया है। आरिपियों को गिरफ्तार करके न्यायालय भेजा जा रहा है।
