शीशगढ़। रविवार की रात्रि को कस्बे के मोहल्ला बिलासपुर बस अड्डे पर स्थित गफ्फार शादी हॉल में तहरीक – ए – इस्लाहे उम्मत शीशगढ़ ने कौम के लोगों में फैली बुराइयों को दूर करने के लिए बैठक का आयोजन किया। बैठक में कस्बे सहित क्षेत्र के उलेमाओं ने भाग लिया। कमेटी के निगरा मौलाना तौफीक अहमद नईमी ने शादी में होने वाली फिजूल खर्ची पर रोक लगाने पर जोर दिया। उन्होंने शादी से पहले होने वाली मेंहदी की रस्म, मायूं की रस्म, शादी पूर्व लड़के पक्ष को दिए जाने वाले पैसे को रोकने की अपील की।
शादी को शरीयत के मुताबिक करने को कहा। मौलाना अफजाल अहमद मिस्बाही ने अपील की कि अवाम को अपनी बहन, बेटियों को शादी में पर्दे व हिजाब में भेजने को कहा।बैठक में मौजूद उलेमाओं ने रिश्ता पक्का करने के लिए सिर्फ सात महिलाओं को जाने व लड़की को सिर्फ ग्यारह सौ रुपए व लड़के पक्ष को ग्यारह सौ रुपए देने, रिश्ते से लेकर शादी तक ईदी, खाने का सामान न देने, शादी की तारीख लेने के लिए मात्र बारह आदमी तक जाने, शादी के समय लड़कियों से दूल्हे की सलामी न करने, बारात में डीजे पर रोक लगाने पर फैसला किया।
कमेटी के फैसलों को न मानने वाले लोगों का बहिष्कार किया जाएगा।
अंजुमन इस्लामी मुआशरे के सदर हकीम हाजी आफताब अहमद ने उक्त कमेटी द्वारा लिए गए फैसले की तारीफ की व तहकीक की।
