शीशगढ़, बरेली:
बैठक की अध्यक्षता समिति के अध्यक्ष डॉ. हाजी आफताब अहमद ने की। उन्होंने बताया कि यह मांग प्रदेश के मुख्यमंत्री को पत्र भेजकर दोहराई गई है, जिससे ईंट भट्ठा व्यवसाय को मजबूती दी जा सके। बैठक में सर्वसम्मति से यह निर्णय भी लिया गया कि आगामी सीजन में कच्ची ईंट बनाने का कार्य 15 जनवरी से तथा ईंट पकाने का कार्य 15 फरवरी से शुरू किया जाएगा। साथ ही 15 जून को सभी भट्टे बंद कर दिए जाएंगे।
भट्टा संचालन के लिए निर्धारित इस समय-सारणी के उल्लंघन को गंभीरता से लेते हुए समिति ने उल्लंघन करने वालों पर भारी जुर्माना लगाने का प्रस्ताव पारित किया। सभी भट्टा स्वामियों से पांच लाख रुपए के चेक यूनियन में जमा करवाए गए हैं, साथ ही फर्म के लेटरहेड पर लिखित सहमति भी दी गई है कि यदि कोई भट्टा स्वामी समिति के नियमों का उल्लंघन करता है तो उसका चेक यूनियन के खाते में जब्त कर लिया जाएगा।
बैठक में हाजी अब्दुल सलाम शास्त्री, जावेद शास्त्री, अजीजूर रहमान सदर साहब, खुर्शीद दद्दा, अता उर रहमान खरे खान, मुजीबुर रहमान, बाबू भाई, तौसीफुर रहमान, इमरानुल हक, इकरामुल हक, अजीमुर रहमान, तौफीक अहमद, पप्पू, जमशेद, नायक जी सहित कई भट्टा स्वामी मौजूद रहे। अंत में भट्टा स्वामी पप्पू ने सभी उपस्थित सदस्यों का आभार जताया।
